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कश्मीर में रायशुमारी के रुख पर अड़े प्रशांत भूषण के खिलाफ भड़का गुस्सा

जनलोकपाल के लिए संघर्ष कर रही टीम अन्ना के अहम सदस्य प्रशांत भूषण पर बुधवार को हुए हमले के बाद गुरुवार को उनकी तीखी आलोचना हो रही है। प्रशांत भूषण के जम्मू-कश्मीर में सेना हटाने और जनमत संग्रह कराए जाने के विवादास्पद सुझाव को आज केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया। केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर पर प्रशांत भूषण के बयान से सरकार सहमत नहीं है। सोनी के मुताबिक यह प्रशांत की निजी राय है और इसका सरकार से कोई लेनादेना नहीं है।
दूसरी ओर, नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष भीम सिंह ने भी प्रशांत भूषण के कश्मीर पर दिए गए बयान की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर किसी को भी इस तरह के बयान से बचना चाहिए। वहीं, जानेमाने फिल्मकार अशोक पंडित ने प्रशांत भूषण की तीखी आलोचना की है। पंडित ने कहा है कि टीम अन्ना के सदस्य होने के नाते वे प्रशांत का सम्मान करते हैं, लेकिन कश्मीर पर उनके बयान से कश्मीरियों को बहुत दुख हुआ है
अशोक पंडित ने कहा कि प्रशांत को इतने संवेदनशील मुद्दे पर कुछ भी बोलने से पहले लोगों की भावनाओं के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशांत को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। गौरतलब है कि २५ सितंबर को वाराणसी में मीडिया से रू-ब-रू हुए प्रशांत ने जम्मू-कश्मीर में भी जनमत संग्रह कराए जाने और घाटी से सेना को हटाने की बात कही थी। अशोक पंडित ने अरुंधति रॉय की भी कश्मीर को लेकर दिए गए बयान की इस मौके पर आलोचना की। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले अरुंधित रॉय ने भी कश्मीर को भारत का हिस्सा मानने से इनकार कर दिया था।
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