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अब छात्रों के हाथों में आकाश वह भी सिर्फ 1100 रुपये में

नई दिल्ली अमेरिका में एप्पल के आइफोन-4एस की पेशकश से महज कुछ
घंटे बाद भारत ने दुनिया के सबसे सस्ते टैबलेट पीसी आकाश को लांच कर
आइटी के क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। खासतौर से छात्रों के लिए
तैयार किए गए इस टैब की कीमत महज 1,100 रुपये है। सरकार का वादा है कि
आगे चलकर वह इसे सिर्फ दस डॉलर (लगभग 500 रुपये) में ही उपलब्ध
कराएगी।
दुनिया के किसी भी टैबलेट को टक्कर देने की खूबियों से लैस आकाश अगली
योजना में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के हाथों में भी होगा। मानव
संसाधन विकास मंत्रालय के सूचना व संचार प्रौद्योगिकी के जरिए शिक्षा
के राष्ट्रीय मिशन (एनएमइ-आइसीटी) के तहत आइआइटी, राजस्थान की
साझेदारी से तैयार इस लैपटॉप को डाटाविंड लिमिटेड ने तैयार किया
है।
मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इसे लांच किया। साथ ही इसे
पांच सौ छात्रों में बांटा भी गया है। सिब्बल ने कहा कि पूरी तरह भारत
में ही निर्मित इस लो कॉस्ट एक्सेस डिवाइस (एलसीएडी) को माध्यमिक से
उच्चतर माध्यमिक तक के एक करोड़ छात्रों के लिए खरीदने का लक्ष्य तय
किया गया है। वैसे अभी इसकी कीमत 2,276 रुपये है।
सरकार उसमें 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है। लिहाजा यह छात्रों को
1,100 रुपये से कुछ अधिक में मिल सकेगा। यह किसी स्टॉल पर नहीं
मिलेगा। राज्य सरकारों के जरिए शिक्षण संस्थानों तक पहंुचेगा।
डाटाविंड के सीईओ सुनीत कुमार तुली ने कहा कि अभी उन्हें एक लाख
टैबलेट के ऑर्डर मिले हैं, इसलिए कीमत 2,276 रुपये है।
दस लाख टैबलेट तैयार करना हो तो यह कीमत घटकर 750 रुपये तक हो सकती
है। डाटाविंड नवंबर के अंत तक यूबीस्लेट नाम से बाजार में भी उतारेगी।
उसका खुदरा मूल्य प्रति टैबलेट 2,999 रुपये (सभी करों सहित) होगा।
आकाश व यूबीस्लेट की कीमत में फर्क की वजह केवल सेल्युलर मॉडम होगा,
जो आकाश में नहीं होगा। सेल्युलर मॉडम का फायदा यह होगा कि सेल्युलर
कनेक्टिविटी की सुविधा किसी भी जगह पर वेब सुविधा हासिल की जा
सकेगी।
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