भारत के वनवासी क्षेत्र की विकास में पिछड़ापन यह मुख्य समस्या है| इस समस्या के अनेक घटक है| शिक्षा, आरोग्य और सुनियोजित विका..
कांग्रेस से मुकाबला करने की तैयारी में जुटी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर बरसाए डंडे

कांग्रेस से मुकाबला करने की तैयारी में जुटी बीजेपी को आपसी टकराव से ही मुक्ति नहीं मिल रही है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नरेंद्र मोदी जैसे अहम नेता की गैर मौजूदगी तो पार्टी के लिए किरकिरी की वजह बनी ही हुई है, कानपुर में संकल्प सभा लेने आए बीजेपी नेता अरुण जेटली को पार्टी कार्यकर्ताओं के हिंसक टकराव का गवाह बनना पड़ा। उनके सामने ही कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं।
मिली जानकारी के मुताबिक सभा के दौरान बीजेपी के स्थानीय नेताओं में जेटली के पास बैठने को लेकर विवाद हो गया। पार्टी में स्थानीय स्तर पर कई गुट हैं। इन सबमें जेटली को अपना चेहरा दिखाने और खुद को ज्यादा प्रभावशाली साबित करने की होड़ लगी थी ताकि टिकटों के बंटवारे में प्रमुखता मिले।
इसी चक्कर में विभिन्न गुटों के कार्यकर्ताओं में झड़प हुई जो जल्द ही हिंसक संघर्ष में बदल गई। जेटली के देखते-देखते पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच लात-घूंसे और डंडे चलने लगे। थोड़ी देर बाद मंच से बड़े नेताओं की अपीलों और कार्यकर्ताओं के प्रयासों से शांति कायम की जा सकी।
Share Your View via Facebook
top trend
-
भाऊराव देवरस सेवा न्यास मध्य प्रदेश
-
हिन्दू-मन्दिरों का सरकार द्वारा अधिग्रहण तथा सम्पत्ति को खर्च करने का षड़यंत्र?
हिन्दुओं के मन्दिरों का सरकार द्वारा अधिग्रहण करना तथा उसकी सम्पत्ति को गैर हिन्दुओं के ऊपर खर्च करना हिन्दू समाज के ऊपर..
-
भगत सिंह क्रांति सेना ने प्रेस कांफ्रेंस कर दिया इंडिया अगेंस्ट करप्शन को स्पष्टीकरण, कहा कांग्रेसी नहीं है !
नमस्कार एवं वन्दे मातरम,
सबसे पहले हम माननीय बाला साहब ठाकरे,श्री उद्धव ठाकरे जी और देश की उन लाखो-करोड़ो जनता .. -
इंटरनेट का नाम बदनाम न करो : इन्टरनेट उपभोक्ता केवल कांग्रेस विरोधी क्यूँ हैं ?
इंटरनेट का नाम बदनाम न करो यही कोई आठ-दस साल पहले जब बड़े पैमाने पर सरकार ने डिजिटल तकनीक के उपयोग के लिए अरबों की खरीदा..
-
बेईमानी, अनीति और छल-कपट, क्या यही हमारे युग का सत्य है? — गुरचरण दास
क्या सिर्फ बेईमानी, अनीति और छल-कपट के सहारे ही कामयाबी हासिल की जा सकती है? क्या यही हमारे युग का सत्य है? सुप्रसिद्ध लेख..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)