यहां बने हेल्थ सेंटर में इलाज के लिए आ रहे बीमार लोगोंकी तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है। ज्यादातर लोगऐसे हैं , जो रामलील..
सोशल नेटवर्किग वेबसाइटों पर दिग्विजय सिंह का हल्ला बोल

अन्ना हजारे को लेकर कई विवादित टिप्पणियां कर उनके समर्थकों की नजर में खलनायक बने कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अब फेसबुक, यू-ट्यूब, ऑर्कुट व ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किग वेबसाइटों पर हल्ला बोल दिया है। सिंह ने इन वेबसाइटों के साथ-साथ इनके जरिए टिप्पणी करने वाले 22 लोगों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करा दिया है।
दिग्विजय ने आरोप लगाया है कि उक्त वेबसाइटों को माध्यम बनाते हुए कई लोगों ने उनके खिलाफ अपमानजनक व आपत्तिजनक बातें लिखीं और उनकी फोटो के साथ छेड़छाड़ कर भद्दी हरकतें की हैं। पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के वकील रोहित कोचर ने 16 अगस्त को दिल्ली पुलिस को लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि कई लोगों ने फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब, इबिबो डॉट कॉम, ऑर्कुट, एमएसएन डॉट कॉम और कुछ अन्य वेबसाइटों को माध्यम बनाते हुए दिग्विजय सिंह के बारे में कई अपमानजनक व आपत्तिजनक बातें लिखी हैं।
लोगों की इन हरकतों से न सिर्फ दिग्विजय सिंह, बल्कि कांग्रेस पार्टी की छवि को भी ठेस पहुंची है। उनके मुताबिक, जिन वेबसाइटों का लोगों ने इस्तेमाल किया है, वे भी इसके लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने इस प्रकार के आपराधिक मकसद के लिए अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। इस शिकायत के साथ पुलिस को आपत्तिजनक ईमेल, फोटो आदि भी दी गईं।
इस शिकायत में ऐसे 22 लोगों को नामजद कराया गया है, जिन्होंने फेसबुक व अन्य वेबसाइटों पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ कई अभद्र टिप्पणियां की हैं तथा पेस्ट किए गए फोटो से छेड़छाड़ की गई है।
मामले की जांच में जुटे साइबर सेल ने लगभग एक माह की तफ्तीश के बाद 29 सितंबर को आईटी एक्ट-66-ए के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि फेसबुक, ऑर्कुट आदि पर जिस नाम से प्रोफाइल बनाए गए हैं, वे सही नाम पर बने हैं या नहीं। पुलिस सभी आरोपी वेबसाइटों को भी नोटिस भेजकर जल्द ही पूछताछ करेगी।
Read in English : Police files case against Facebook, Twitter and Orkut
Share Your View via Facebook
top trend
-
12 घंटे में 540 अन्ना समर्थक बीमार : रामलीला मैदान
-
खानाबदोश समाज के लिए यमगरवाडी आश्रमशाला
महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में, नळदुर्ग के पास पारधीयों के, मरीआई समाज के लोगों की करीब तीस-पैतीस झोपड़ीयों की बस्ती है|..
-
जन-सन्देश, भाजपा के लिए उत्तरप्रदेश का सबक
राष्ट्रीय राजनीति के लिए सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव उत्तरप्रदेश का ही होता है, इसमे संभवतः किसी को कोई संदेह नहीं हो..
-
अन्ना के आंदोलन को झटका: सही निकली दलाली की बात वाली शांति भूषण की सीडी!
सशक्त लोकपाल के लिए अन्ना हजारे के आंदोलन को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। इस आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने वाले मशहूर वकी..
-
सरदार होते तो नहीं झुलसता कश्मीर : मोदी
" बात खरी है | बात ऐसी है जो देश की पुरानी पीढ़ी का हर कोई जानकार और निष्पक्ष नागरिक मानता है, और बोलता भी है | लेकिन इस बा..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)