समाचार पढ़ कर चौंकिएगा नहीं | हमारी सरकार तिहाड़ जेल में बंद २००० अपराधियों का जीवन बीमा करवाएगी | यह जानकारी केंद्रीय गृह ..
अपने फोन को अनचाही कॉल्स और एसएमएस से ऐसे करें आजाद

टेलिमार्केटिंग कंपनियों से आने वाली अनचाही कॉल्स आज से बीते दिनों की बात हो गई। ट्राई की सिफारिश को टेलिकॉम कंपनियों के लागू करने से देशभर में करीब 85 करोड़ फोन यूजर्स को टेलिमार्केटिंग कॉल्स और एसएमएस से राहत मिलने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, अभी यह सुविधा सिर्फ उन्हीं मोबाइल ग्राहकों को मिलेगी, जिन्होंने डू नॉट कॉल (कॉल नहीं करें) रजिस्टर पर अपना नंबर दर्ज करा रखा है। अगर आपने अभी तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो टोल फ्री नंबर 1909 पर एसएमएस कर वक्त-बेवक्त आने वाली कॉल और एसएमएस से मुक्ति पाइए।
टेलिकॉम कंपनियों के संगठन सीओएआई के डायरेक्टर जनरल राजन एस. मैथ्यूज ने कहा 'हम अनचाही कॉल और एसएमएस की समस्या को खत्म करने के लिए ट्राई की सिफारिशों को लागू करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, हम 100 SMS प्रतिदिन के फैसले से चिंतित हैं। हम इस बारे में ट्राई से बात करेंगे।'
कंस्यूमर्स के पास टेलिमार्केटिंग कॉलों पर 'पूरी तरह रोक लगाने (फुली ब्लॉक्ड) का विकल्प होगा, जो 'डू नॉट कॉल रजिस्ट्री' जैसा है। यदि कंस्यूमर (आंशिक तौर पर बंद) पार्शियली ब्लॉक्ड विकल्प चुनता है, तो उसे चुनिंदा कैटिगरी के एसएमएस मिलेंगे।
ट्राई ने नैशनल कंस्यूमर प्रेफरेंस रजिस्ट्री में बैंकिंग व फाइनैंशल प्रॉडक्ट्स, रियल एस्टेट, एजुकेशन, हेल्थ, कंस्यूमर गुड्स, ऑटोमोबाइल, कम्यूनिकेशन, एंटरटेनमेंट, टूरिजम या लीज सेग्मेंट शामिल किए हैं। अनचाही कॉल/SMS पूरी तरह से बंद करने के लिए कंस्यूमर 'स्टार्ट 0' 1909 पर एक एसएमएस भेज सकते हैं।
क्या बदल गया
- टेलिमार्केटिंग कंपनियों को 140 से शुरू होने वाले नंबर दिए जाएंगे।
यह मार्केटिंग कॉल की पहचान भी होगी।
- रात 9 बजे से सुबह 9 बजे के बीच कोई भी टेलिमार्केटिंग एसएमएस या
कॉल नहीं की जा सकती।
- प्रीपेड फोन से एक दिन में अधिकतम 100 और पोस्टपेड से एक महीने में
अधिकतम 3000 एसएमएस ही भेजे जा सकेंगे।
- टेलिमार्केटिंग के नियम तोड़ने पर कंपनियों पर लगने वाली जुर्माना
राशि ढाई लाख रु. तक। दो साल की रोक भी लग सकती है।
- सर्विस प्रोवाइडर्स ब्लैकलिस्टेड मार्केटिंग कंपनियों को टेलिकॉम
नेटवर्क से जुड़ी कोई भी सुविधा नहीं दे सकेंगे।
कैसे फोन को करें आजाद
1909 पर SMS भेजें या www.nccptrai.gov.in पर लॉग इन करें। इससे नैशनल
कंस्यूमर पेफरेंस रजिस्ट्री से जुड़ें। 2007 में लॉन्च होने के बाद
फ्लॉप हुई डू नॉट कॉल रजिस्ट्री से जुड़े हैं, तो इसकी जरूरत
नहीं।
1909 पर START (स्पेस) 0 भेजने से अनचाही सर्विस नहीं
मिलेगी।
सर्विस चाहिए तो ये मेसेज भेजें...
फाइनैंशल प्रॉडक्ट्स के लिए: START (स्पेस) 1
रियल एस्टेट के लिए: START (स्पेस) 2
एजुकेशन के लिए: START (स्पेस) 3
हेल्थ के लिए: START (स्पेस) 4
कंस्यूमर गुड्स के लिए: START (स्पेस) 5
कम्यूनिकेशन के लिए: START (स्पेस) 6
टूरिजम के लिए: START (स्पेस) 7
एक से ज्यादा सर्विस के लिए मिसाल...
START (स्पेस) 1,2
Share Your View via Facebook
top trend
-
तिहाड़ बंदियों का जीवन बीमा करवाएगी सरकार
-
'टोपी' प्रकरण ने साबित कर दिया कि 'सेकुलर' लोग गंदगी में लोटने वाले कीड़े हैं
नरेन्द्र मोदी ने एक इमाम की दी हुई जालीदार टोपी स्वीकार नहीं की तो मानो देश एक गम्भीर समस्या से जूझने लगा…। सरकारी ..
-
पर्दा पर्दा बेपर्दा : फतवा, मुस्लिम वर्ग और लोकतंत्र
प्रायः मुस्लिमों के द्वारा यह पंक्तियाँ अक्सर सुनने में आती हैं कि जर, जोरु और जमीन हमेशा पर्दे में रहनी चाहिये। जर अर्थ..
-
स्वदेशी के प्रखर वक्ता, माँ भारती के पुत्र स्वर्गीय भाई राजीव दीक्षित
स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता, चिन्तक , जुझारू निर्भीक व सत्य को द्रढ़ता से रखने की लिए पहचाने जाने वाले भाई राजीव दीक्षित ज..
-
कालिदास जयंती कार्तिक शुक्ल द्वादशी पर विशेष
कालिदास संस्कृत भाषा के सबसे महान कवि और नाटककार थे। इन्हें विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक माना जाता है। इतिहासकार काल..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)