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कांग्रेसी सांसद ने सिब्बल, चिदंबरम पर उठाए सवाल: बाबा एवं अन्ना के क्यों हैं खिलाफ ?

अन्ना हजारे के आंदोलन से निपटने की यूपीए सरकार की रणनीति को लेकर कांग्रेस में सवाल तो उठ ही रहे थे, अब बरेली से पार्टी सांसद प्रवीण सिंह ऐरन को साजिश की बू भी आ रही है। उन्होंने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर इस मामले को बिगाड़ने में साजिश तक की शिकायत की है। ऐरन ने कहा कि कहीं यह सब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने या फिर ईमानदार प्रधानमंत्री को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर तो नहीं किया गया। साफ है कि उनके निशाने पर केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम हैं।
वैसे, ऐरन के साजिश के आरोप से तो पार्टी नेतृत्व सहमत नहीं है, लेकिन वह मान रहा है कि मामले से निपटने में चूक दर चूक हुई और इससे सरकार को काफी नुकसान हुआ है। ऐरन की चिट्ठी से पार्टी में सत्ता संघर्ष की बात भी सामने आ गई है। कहा जा रहा है कि सरकार के कुछ मंत्रियों और कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच जम नहीं रही है।
ऐरन ने राहुल को लिखी चिट्ठी में पैनल बनाकर सरकार के कुछ मंत्रियों की भूमिका की जांच करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि कहीं ऐसा जानबूझ कर तो नहीं किया गया ताकि राहुल गांधी को आगे प्रधानमंत्री बनने से रोका जाए। उन्होंने लिखा है अन्ना हजारे के राजनीतिक आंदोलन को कानून और तकनीकी तरीके से निपटा गया। ऐरन ने लिखि है, ' कपिल सिब्बल ने कहा था कि अन्ना के आंदोलन में राजनीतिक स्वार्थ है। इसके बावजूद इससे कानूनी तरीके से निपटने की कोशिश की गई।'
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