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अन्ना के आंदोलन को झटका: सही निकली दलाली की बात वाली शांति भूषण की सीडी!

सशक्त लोकपाल के लिए अन्ना हजारे के आंदोलन को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। इस आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने वाले मशहूर वकील और टीम अन्ना के वरिष्ठ सदस्य शांति भूषण की मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह के साथ बातचीत की सीडी को दिल्ली पुलिस ने सही पाया है। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ता जल्द ही उस मामले की क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने वाले हैं, जिसमें शांति भूषण ने दावा किया था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है। शांति भूषण ने अप्रैल में यह मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने तीन लैब में सीडी की जांच कराई थी। इनमें से दो लैब ने सीडी को असली बताया है। दिल्ली पुलिस ने सीडी को जांच के लिए सीएफएसएल और सीईआरटी लैब में भेजा था। इन दोनों लैब ने सीडी को सही बताया है। वहीं चंडीगढ़ की लैब ने सीडी को नकली बताया है। दिल्ली पुलिस का यह भी कहना है कि अमर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी है कि टेप में उनकी आवाज ही है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। अप्रैल में लोकपाल के लिए अन्ना के अनशन के बाद सीडी कई मीडिया संस्थानों तक पहुंचाई गई थी। शांति भूषण पूर्व कानून मंत्री हैं और इंदिरा गांधी के खिलाफ मुकदमा लड़ चुके हैं। अप्रैल में लोकपाल बिल की साझा ड्राफ्ट समिति में शांति भूषण भी शामिल थे। शांति भूषण ने आरोप लगाया था कि सीडी से छेड़छाड़ करके सिविल सोसाइटी को बदनाम करने की कोशिश की गई है। सीडी में शांति भूषण कथित तौर पर मुलायम सिंह और अमर सिंह को बता रहे हैं कि उनका बेटा प्रशांत भूषण 'जजों को मैनेज' कर सकता है।
अप्रैल में इस मामले के सामने आने के बाद जो लोग शांति भूषण की साझा ड्राफ्टिंग कमिटी से इस्तीफे की मांग कर रहे थे, उन्हें एक बार फिर से शांति भूषण पर सवाल उठाने का मौका मिल गया है। टीम अन्ना और जन लोकपाल बिल के विरोधी वरिष्ठ वकील के बहाने अन्ना हजारे, उनके साथियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके आंदोलन को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि लगता है कि पुलिस, फॉरेंसिक लैब और सरकार के कुछ अधिकारियों समेत कई लोग आपराधिक साजिश रच रहे हैं। उन्होंने पूछा, वे सीएफएसएल, चंडीगढ़ की रिपोर्ट के बारे में क्या कह रहे हैं? गौरतलब है कि नई दिल्ली के सीएफएसएल में दिल्ली पुलिस द्वारा की कई फॉरेंसिक जांच में शांति भूषण के उस दावे को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके बाद साझा ड्राफ्टिंग कमिटी से उनके इस्तीफे की मांग ने जोर पकड़ लिया था। प्रशांत भूषण ने अप्रैल में सफाई दी थी कि उनके पिता शांतिभूषण की आवाज कहीं से काटकर इस सीडी में जोड़ी गई है। इस सीडी में यादव की ओर से कहे गए सभी शब्दों को 2006 वाली सीडी से उठाकर इस बातचीत में जोड़ा गया है।
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