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दोहरी मुसीबत में अग्निवेश: लोगों ने फूंका पुतला, कोर्ट ने दिया गिरफ्तारी का आदेश
स्वामी अग्निवेश के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां उपमंडल
न्यायिक दंडाधिकारी अश्वनी कुमार मेहता की कोर्ट ने डीएसपी अमरीक सिंह
को निर्देश दिए हैं कि वह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले
में नामजद स्वामी अग्निवेश को 19 सितंबर तक गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश
करें।
कोर्ट ने शुक्रवार को ही मामले की सुनवाई के दौरान अग्निवेश को पेश
करने के लिए कहा था। सोमवार को कोर्ट में मामले के इंवेस्टिगेटिंग
ऑफिसर दलबीर ने कहा कि वह दो बार अग्निवेश के जंतर-मंतर (दिल्ली)
स्थित कार्यालय पर जाने के बावजूद वह वहां नहीं मिले। इस पर कोर्ट ने
कहा कि डीएसपी खुद अग्निवेश को गिरफ्तार कर 19 सितंबर तक कोर्ट में
पेश करें।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीन तायल ने 23 मई, 2011 को कोर्ट में इस्तगासा
दायर कर स्वामी अग्निवेश के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का
मामला दर्ज करने की अपील की थी। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर सिटी पुलिस
ने मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने कई बार अग्निवेश को नोटिस भेजा लेकिन वह न तो पुलिस तफ्तीश
में शामिल हुए और न ही कोर्ट में पेश हुए। अग्निवेश की तरफ से उनके
वकील ने जरूर पुलिस को बयान दिया था कि वह अन्ना हजारे के साथ हैं
इसलिए जांच में शामिल नहीं हो सकते। इस बयान को काफी नहीं माना गया।
इसके बाद कोर्ट ने अग्निवेश के वारंट जारी किए लेकिन वह शुक्रवार को
भी पेशी पर नहीं पहुंचे।
उधर, कथित रूप से किसी कपिल से टीम अन्ना के खिलाफ बातें करते
अग्निवेश का वीडियो सामने आने के बाद जनता भी उनसे नाराज हो गई है।
सोमवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद सहित देश के कई शहरों में
अग्निवेश के पुतले फूंके गए और उनके विरोध में नारे लगाए गए।
इस बीच, टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक रूप से यह
साफ कर दिया है कि अग्निवेश अब टीम के सदस्य नहीं रह गए हैं। वह टीम
अन्ना की कोर कमेटी में शामिल थे, लेकिन वीडियो के जरिए उनकी कथित
'दगाबाजी' सामने आने के बाद केजरीवाल ने उनके टीम का सदस्य नहीं रहने
की बात सार्वजनिक रूप से बता दी है।
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