सूचना के अधिकार से अभी-अभी मालूम पड़ा है कि दिल्ली के एक गांव में लगभग दो लाख रूपए की लागत से जो टॉयलेट बना था, वह अचानक ग..
'टाइम 100' पोल में ओबामा से आगे चल रहे हैं नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली . विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी मैगजीन ' टाइम ' के ऑनलाइन पोल
में बीजेपी नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी
राष्ट्रपति बराक ओबामा से आगे चल रहे हैं। ' द 2012 टाइम 100 पोल '
में लीडर्स, आर्टिस्ट्स, इनोवेटर्स, आइकन्स और हीरोज़ शामिल हैं।
प्रतिष्ठित अमेरिकन मैग्जीन ‘टाइम’ के मुख्य पृष्ठ पर स्थान पाने वाले
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अब इसी पत्रिका के ‘द 2012 टाइम
100 पोल’ में विश्व के सबसे प्रभावशाली राजनेताओं में से एक अमेरिकन
राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी ऊपर चल रहे हैं।
टाइम के अनुसार इस पोल का मुख्य उद्देश्य नेताओं, कलाकारों और कुछ नया
करने वालों और लोगों के आदर्श बने रहने वाले में से दुनिया के सबसे
प्रभावशाली लोगों का चुनाव करना है। इसके लिए चल रही वोटिंग आगामी 6
अप्रैल को समाप्त होगी। विजेता को ‘टाइम 100’ के अंक में शामिल किया
जाएगा और यह सूची 17 अप्रेल को टाइमडॉटकॉम पर पोस्ट की जाएगी।
वोट करें
...
Share Your View via Facebook
top trend
-
दिल्ली में लगभग दो लाख रूपए की लागत से बना टॉयलेट अचानक गायब, थाने में रपट दर्ज
-
सिर्फ जनलोकपाल ही सब कुछ नहीं, आगे सोचना होगा : बाबा रामदेव
-
इतिहास का सच और भविष्य की चुनौती है अखंड भारत - के. एन. गोविन्दाचार्य
गत कुछ दिनों से अखंड भारत पर देश भर में काफी चर्चाएं हो रही हैं। इन चर्चाओं में अखंड भारत की व्यावहारिकता, वर्तमान समय म..
-
भगत सिंह को पाकिस्तान में मिले सम्मान, पाकिस्तानी संगठन की मांग
लाहौर। पाकिस्तान के एक संगठन ने माग की है कि महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का देश में नायकों की तरह सम्मान किया जाना च..
-
आडवाणी जी ने संसद में आवाज उठाई कहा अन्ना हजारे का स्वास्थ्य हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता, नेताओं पर ताना कसने से ही बनी बात: किरन बेदी
जन लोकपाल की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाली किरन बेदी ने कहा कि नेताओं के विरोध में उनकी टिप्पणी की वजह से ही पूरा मामला..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)