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रायपुर, मार्च 12: पाकिस्तान में रह रहे अपराधी दाउद इब्राहिम की
नजर अब भारत के कीमती अयस्क संसाधनों पर है।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक दाउद की डी कंपनी छत्तीसगढ़,
उड़ीसा और झारखंड में हीरे और टीन के अवैध खनन की योजना बना रही है।
इस काम के लिए इन लोगों ने इन राज्यों में कार्यरत नक्सलियों से
संपर्क बनाना भी शुरू कर दिया है।
भारत की खुफिया एजेंसियों ने इस बारे में इन राज्यों को एलर्ट जारी
किया है और राज्यों से अवैध खनन गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट देने
की मांग की है। माना जा रहा है कि इब्राहिम ने भारत में अवैध खनन
व्यापार में 4,000 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बनाई है।
विभिन्न अंतरराष्ट्रीय वित्तीय कंपनियों ने इस बात की पुष्टि की है कि
दाउद का अवैध व्यापार 12,000 करोड़ रुपए से अधिक है।
केन्द्र सरकार ने पिछले महीने दाउद इब्राहिम की इस महत्वाकांक्षी
योजना से संबंधित एक एलर्ट जारी कर राज्य पुलिस बलों को अवगत कराया
था। केन्द्र ने छत्तीसगढ़ पुलिस से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने
को भी कहा है।
इसी बीच खबर मिली है कि छत्तीसगढ़ में नक्सली रेल के जरिए हथियारों की
आवाजाही कर रहे हैं। हाल में पुलिस ने रायपुर स्थित एक ट्रांसपोर्टर
के गोदाम में छापा मार कर भारी मात्रा में सामग्री जब्त की थी जिनका
इस्तेमाल राकेट लांचर और ग्रेनेड बनाने में किया जाता है।
भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक दी स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया
(एसआईएमआई) भी दाउद के इस कारोबार में वित्तीय सहयोग दे रही है। यही
नहीं लश्कर-ए-तैयबा द्वारा नक्सलियों और डी कंपनी के बीच सहयोग करा कर
भारत में आतंक को बढ़ावा देने की भी खबर है।
पिछले महीने दिल्ली में गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तैयबा के एक नेता ने
कबूला है कि लश्कर पिछले तीन सालों से नक्सलियों को हथियार और
विस्फोटकों की आपूर्ति कर रहा है।
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