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कोक-पेप्सी से कैंसर : बाबा रामदेव के बाद अब अमेरिका ने माना, शोध में साबित हुआ
जहा भारत में एक लंबे समय से योग गुरु बाबा रामदेव कोक, पेप्सी को
स्वास्थ्य के लिए खतरा बता रहे है और इसको “टॉयलेट क्लीनर” मानते है,
वही अब बाबा रामदेव की तरह ही अमेरिका ने भी अब
इसको स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया है और इसके सेवन से कैंसर तक के
होने की आशंका जताई है|
अमेरिकी नियामक संस्था सेटर फार साइंस ने गत सप्ताह कहा था कि उसे कोक
और पेप्सी के पेय पदार्थो में कैंसर जैसी बीमारी के खतरे वाले रसायन
मिथाइलइमिडाजोल यानी कि 4 एमआई की अधिक मात्रा का पता चला है। इसलिए
कोक और पेप्सी को अपनी बोतलों पर स्वास्थ्य सबंधी वैधानिक चेतावनी
लिखनी चाहिए। इस पर दोनों कंपनियों ने इसके खिलाफ अमेरिकी खाद्य एवं
औषधि प्रशासन के समक्ष अपील की। जिसपर एफडीए ने कहा कि वह इस मामले की
समीक्षा कर रहा है।
अमेरिकी कानून में रंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चार तरह के
कैरेमल में अंतर किया गया है। इनमें से दो अमोनिया के साथ बनते हैं और
दो अमोनिया के बिना। सीएसपीआई अमोनिया के साथ बनने वाले दो कैरेमल पर
बैन चाहती है। सीएसपीआई की बात का पांच बड़े कैंसर एक्सपर्ट समर्थन
करते हैं।
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इस बीच इन कंपनियों ने उनके पेय उत्पादों के लिए रंगों की आपूर्ति
करने वाले सप्लायर्स से कहा है कि वह इन रंगो में मिलाए जाने वाले
रसायनों में बदलाव करें। इसमें खासतौर पर 4 एमआई की मात्रा घटाने की
बात कही गई है। हालांकि इन कंपनियों ने अपने ग्राहकों को विश्वास
दिलाया है कि इस बदलाव से उनके उत्पादों के रंग या फिर स्वाद में किसी
तरह का परिवर्तन नहीं होगा।
बाबा रामदेव द्वारा कोक, पेप्सी को टॉयलेट क्लीनर मानने के पीछे तथ्य
है कि टॉयलेट क्लीनर और पेप्सी-कोक की Ph वैल्यू एक ही है| Ph एक इकाई
होती है जो एसिड की मात्रा बताने का काम करती है और उसे मापने के लिए
Ph मीटर होता है |
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