महान देशभक्त चंद्रशेखर आजाद 15 वर्ष की अल्पायु में ही अपनी शिक्षा अधूरी छोड़कर गांधी जी के असहयोग आंदोलन में कूद स्वतंत्र..
राजीव गाँधी के स्विस बैंक खाते में जमा २५० करोड़ फ्रैंक के लिए याचिका दायर

०१ नवम्बर २०११ | सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर
कर २० वर्ष पुरानी रिपोर्ट के आधार पर दावा किया है कि स्विस बैंक में
राजीव गांधी के नाम से एक खाता है, जिसमें २५० करोड़ फ्रैंक
(फ्रांसीसी मुद्रा) जमा हैं। याचिकाकर्ता ने यह आरोप एक पत्रिका में
छपी २० वर्ष पुरानी रिपोर्ट के आधार पर लगाया है। रिपोर्ट में समस्त
विश्व के अनेकों नेताओं के कथित तौर पर स्विस बैंक में खातों की
जानकारी दी गई है।
याचिकाकर्ता ने याचिका में मांग की है कि सर्वोच्च न्यायालय सरकार को
निर्देश दे कि यह पैसा भारत लाने के लिए कदम उठाए जाएं। वकील एमएल
शर्मा ने इस याचिका के साथ १९९१ में एक स्विस पत्रिका में छपी रिपोर्ट
की प्रति स्कैन कर लगाई है। इसमें राजीव गांधी का नाम भी है। शर्मा
ने याचिका में यह आरोप लगाया है कि इतने समय पश्चात भी सरकार द्वारा
स्विस बैंक में जमा धनराशी भारत लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया
गया।
वहीँ दूसरी और दिल्ली आयकर विभाग कार्यालय की ओर से तीन सांसदों को
नोटिस भेजा गया यह तीन सांसद हरियाणा, उत्तर प्रदेश और केरल से हैं।
इन्हें जेनेवा (स्विटजरलैंड) में इनकी संपत्ति के बारे में
स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस दिया गया है।
दक्कन हेराल्ड (पढ़ें) के अनुसार स्विस बैंक में जमा धन राशी
१९८९ में २५० करोड़ थी जो अब बढ़कर ८०० करोड़ से अधिक हो चुकी है।
PIL at Supreme Court to bring back 2.5 billion
francs from Rajiv Gandhi s Swiss bank account
IBTL
Share Your View via Facebook
top trend
-
अपनी ही गोली से शहीद हुआ दिलेर : शहीद चन्द्रशेखर आजाद
-
हो जाइए तैयार, पड़ेगी महंगाई की चौतरफा मार: यू.पी.ए. सरकार की नाकामयाबी का सिलसिला जारी ...
लगातार बढ़ रही महंगाई से उम्मीद मिलने की बात तो दूर रही बल्कि अब आप महंगाई की चौतरफा मार के लिए तैयार हो जाइए।
-
भारत स्वाभिमान के युवा प्रभारी ने गौ माता एवं दो बछड़ों को बचाया
भारत स्वाभिमान के युवा प्रभारी विकास दीक्षित १९ अक्टूबर को कोई ग्राम शिविर न होने के कारण अपने घर से योग करने के लिए सुबह ..
-
खत्म नहीं, स्थगित हुआ है अनशन, 'यह लड़ाई परिवर्तन की है : अन्ना हज़ारे
लोकपाल के मुद्दे पर अपने 12 दिन के अनशन के जरिए पूरे देश में जनांदोलन खड़ा करने के बाद अन्ना हज़ारे ने संकेत दिए हैं कि वह..
-
देश को चारित्रिक व आर्थिक दरिद्रता से निकालने की जरूरत : बाबा रामदेव
फर्रुखाबाद, बाबा रामदेव ने रविवार को प्रबुद्ध वर्ग की परिचय बैठक में कहा कि ब्राह्माणों के शराब पीने और मंदिरों में वध (बल..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)