नई दिल्ली। पंजाब, उत्तर प्रदेश और गोवा के विधानसभा चुनावों में कड़ी शिकस्त खाने के बाद अब कांग्रेस को दिल्ली के निगम चुना..
1941 में डूबे ब्रिटिश जहाज से चांदी का खजाना मिला, कोलकाता से ब्रिटेन जा रहा था

लंदन, एजेंसी : अमेरिका की एक अन्वेषण कंपनी ने डूबे हुए एक ब्रिटिश जहाज से भारी मात्रा में चांदी का खजाना बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 करोड़ पाउंड (करीब 1155 करोड़ रुपये) हो सकती है। यह जहाज कोलकाता से लंदन की यात्रा पर रवाना हुआ था लेकिन अटलांटिक में 1941 में एक जर्मन यू बोट ने इसे डुबो दिया था।
परिवहन विभाग के अनुसार अन्वेषण कंपनी ओडिसी मैरिन इस माल का 80 फीसदी हिस्सा रखेगी। परिवहन विभाग ने कंपनी को डूबे विशालकाय जहाज के मलबे की खोज की जिम्मेदारी सौंपी थी। एसएस गैरसोप्पा नामक यह जहाज दिसंबर 1940 में कोलकाता से रवाना हुआ था और इस पर 240 टन चांदी, लोहा और चाय लदी थी। यह पोत ब्रिटिश स्टीम नेवीगेशन कंपनी से ताल्लुक रखता था।
यह जहाज लिवरपूल जाने वाला था लेकिन मजबूरन इसे अपने सैन्य काफिले से अलग होकर अपना रास्ता बदलना पड़ा था। चूंकि आयरलैंड के पास मौसम बहुत खराब हो गया था और इस जहाज में ईंधन भी बहुत कम बचा था। जब यह जहाज एक छोटा रास्ता अपनाकर आयरिश हार्बर के दक्षिण-पश्चिम में पहुंचा तो 17 फरवरी 1941 को जर्मन पनडुब्बी यू101 ने इस पर हमला कर दिया। एक ही तारपीडो में यह जहाज डूब गया।
इस हमले में जहाज में मौजूद 85 चालक दल मारे गए। जहाज में बस एक ही व्यक्ति जीवित बचा था। इस विशालकाय 412 फीट ऊंचे जहाज का मलबा हाल ही में आयरिश तट से 300 मील दूर उत्तरी अटलांटिक महासागर के 4700 मीटर गहरे तल में मिला। लेकिन यह वही जहाज है इस बात की पुष्टि एसएस गैयरसोप्पा ने पिछले हफ्ते ही की है।
इस अभियान दल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस जहाज के मलबे को बाहर निकालने का काम 2012 के शुरुआती तीन महीनों में ही शुरू हो पाएगा। इस पूरे काम को अंजाम देने और खजाना बाहर निकालने में एक-दो साल तक लग सकते हैं।
Share Your View via Facebook
top trend
-
एमसीडी चुनाव में भी हार की तरफ कांग्रेस!
-
भ्रष्टाचार के चलते सेना के हथियार खत्म? जखीरा इतना कम, चिंता की बात
पड़ोसी पाकिस्तान और चीन से मिल रही गंभीर चुनौतियों के बीच भारतीय सेना के लिए एक चिंता में डालने वाली खबर है। सेना ने ..
-
अमेरिका में आंदोलन की आहट, अमेरिका में आर्थिक असमानता के खिलाफ स्वत: स्फूर्त आंदोलन
अब अमेरिका की बारी है। इस साल के शुरू में उत्तरी अफ्रीका और खाड़ी के कुछ देशों में विद्रोह और भ्रष्टाचार व कालेधन के खिलाफ..
-
क्षतिपूर्ति केवल अल्पसंख्यकों को ही क्यों, संघ के सदस्यों को क्यों नहीं
भाजपा ने मक्का मस्जिद विस्फोट के बरी किये आरोपियों को ७३ लाख रुपये क्षतिपूर्ति (मुआवजा) देने के आंध्र प्रदेश सरकार के कद..
-
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को खण्ड-खण्ड करने पर तुली केन्द्र सरकार
पिछले दिनों विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने एक वक्तव्य जारी करके बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संदर्भ म..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)