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1941 में डूबे ब्रिटिश जहाज से चांदी का खजाना मिला, कोलकाता से ब्रिटेन जा रहा था

लंदन, एजेंसी : अमेरिका की एक अन्वेषण कंपनी ने डूबे हुए एक ब्रिटिश जहाज से भारी मात्रा में चांदी का खजाना बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 करोड़ पाउंड (करीब 1155 करोड़ रुपये) हो सकती है। यह जहाज कोलकाता से लंदन की यात्रा पर रवाना हुआ था लेकिन अटलांटिक में 1941 में एक जर्मन यू बोट ने इसे डुबो दिया था।
परिवहन विभाग के अनुसार अन्वेषण कंपनी ओडिसी मैरिन इस माल का 80 फीसदी हिस्सा रखेगी। परिवहन विभाग ने कंपनी को डूबे विशालकाय जहाज के मलबे की खोज की जिम्मेदारी सौंपी थी। एसएस गैरसोप्पा नामक यह जहाज दिसंबर 1940 में कोलकाता से रवाना हुआ था और इस पर 240 टन चांदी, लोहा और चाय लदी थी। यह पोत ब्रिटिश स्टीम नेवीगेशन कंपनी से ताल्लुक रखता था।
यह जहाज लिवरपूल जाने वाला था लेकिन मजबूरन इसे अपने सैन्य काफिले से अलग होकर अपना रास्ता बदलना पड़ा था। चूंकि आयरलैंड के पास मौसम बहुत खराब हो गया था और इस जहाज में ईंधन भी बहुत कम बचा था। जब यह जहाज एक छोटा रास्ता अपनाकर आयरिश हार्बर के दक्षिण-पश्चिम में पहुंचा तो 17 फरवरी 1941 को जर्मन पनडुब्बी यू101 ने इस पर हमला कर दिया। एक ही तारपीडो में यह जहाज डूब गया।
इस हमले में जहाज में मौजूद 85 चालक दल मारे गए। जहाज में बस एक ही व्यक्ति जीवित बचा था। इस विशालकाय 412 फीट ऊंचे जहाज का मलबा हाल ही में आयरिश तट से 300 मील दूर उत्तरी अटलांटिक महासागर के 4700 मीटर गहरे तल में मिला। लेकिन यह वही जहाज है इस बात की पुष्टि एसएस गैयरसोप्पा ने पिछले हफ्ते ही की है।
इस अभियान दल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस जहाज के मलबे को बाहर निकालने का काम 2012 के शुरुआती तीन महीनों में ही शुरू हो पाएगा। इस पूरे काम को अंजाम देने और खजाना बाहर निकालने में एक-दो साल तक लग सकते हैं।
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