चलिये… अन्ततः “आज़ादी की दूसरी लड़ाई”(?) बगैर किसी ठोस नतीजे के समाप्त हो गई। जिस प्रकार से यह “द..
मोदी का चिन्तन प्रभावी, एवं गुजरात के विशिष्ट विश्व विद्यालय मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में गौरव
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से आज विश्वप्रसिद्घ आईटी कंपनी इन्फोसिस लिमिटेड के स्थापक अध्यक्ष एन.आर. नारायणमूर्ति ने मुलाकात की। इस दौरान श्री मोदी ने गुजरात में आकार लेने वाले वर्ल्डक्लास इन्क्युबेशन सेंटर फॉर यूथ का नेतृत्व करने का नारायणमूर्ति को हार्दिक आमंत्रण दिया, जिसका सकारात्मक प्रतिभाव व्यक्त करते हुए नारायणमूर्ति ने कहा कि उनको इस प्रस्तावित महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शामिल होना तो अच्छा लगेगा, परन्तु इसके लिए वह कितना समय दे सकेंगे इस बारे में गुजरात सरकार के साथ परामर्श किया जाएगा।
श्री मोदी ने विकास और मानव विकास संसाधन के क्षेत्र में अभिनव तथा नवीनतम पहल के लिए प्रबुद्घ और प्रतिभासंपन्न युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए गुजरात में आकार लेने वाले वर्ल्डक्लास इन्क्युबेशन सेंटर के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की भूमिका प्रस्तुत करते हुए कहा कि, विश्वस्तर पर गुजरात का यह अभिनव प्रकार का संस्थान संपूर्ण स्वायत्त एचआरडी संस्था बने और नारायणमूर्ति जैसे प्रसिद्घ महानुभाव के मार्गदर्शन में इसका विकास हो तो प्रतिभासंपन्न युवाओं को इनके नवीनतम प्रयोगों के लिए प्रोत्साहक बल मिलेगा। राज्य सरकार की यह इच्छा है।
श्री मूर्ति ने इस संदर्भ में प्रोजेक्ट के साथ शामिल होने की सकारात्मक तत्परता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके अतिव्यस्त समय में से वह कितना समय इस प्रोजेक्ट को दे पाएंगे यह प्रोफाइल की सिलसिलेवार जानकारी हासिल करने के बाद बताएंगे। उन्होंने गुजरात में इन्फोसिस रिसर्च सेंटर स्थापित करने की भी तत्परता दर्शायी। विश्व में नॉलेज इकोनॉमी और साइंस टेक्नोलॉजी के विशाल दायरे के प्रभाव को देखते हुए युवा पीढ़ी के लिए कैरियर निर्माण-कौशल्य संवर्द्घन के लिए इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होने वाले हैं। इस बारे में नारायणमूर्ति ने मुख्यमंत्री के साथ परामर्श किया।
गुजरात में फोरेन्सिक साइंस विश्व विद्यालय, रक्षाशक्ति विश्व विद्यालय, पेट्रोलियम विश्व विद्यालय, टीचर्स विश्व विद्यालय, संस्कृत विश्व विद्यालयऔर कामधेनु विश्व विद्यालय जैसे राष्ट्रीय स्तर के विशिष्ट विश्व विद्यालय मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में गौरव हासिल कर रही है। इसकी जानकारी से नारायणमूर्ति काफी प्रभावित हुए। इस औपचारिक मुलाकात में भारत की समस्याओं तथा विकास की प्राथमिकता और एजेंडा विषयक मुख्यमंत्री के विचार जानकर विभिन्न मामलों पर नारायणमूर्ति ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने भारत में युवाओं के सशक्त भविष्य और राष्ट्र के शक्तिशाली निर्माण के लिए श्री मोदी के चिन्तन को प्रभावी करार दिया।
इस बैठक में गुजरात के अग्रणी शिक्षाविद् एन.आर. वसाणी, मुख्यमंत्री के अग्र सचिव के.कैलाशनाथन, उद्योग अग्र सचिव एम. शाहू, गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर वी.एस. गढवी, मुख्यमंत्री के सचिव ए.के. शर्मा तथा इन्फोसिस के पदाधिकारी मौजूद थे।
Share Your View via Facebook
top trend
-
आज़ादी की दूसरी लड़ाई ? खत्म हुई, क्या दूसरी समस्याओं को देख लें ?
-
टीवी शो में अभद्रता पर लगाम की कवायद
टेलीविजन पर टीवी शॉप कार्यक्रमों में आमतौर पर देखे जाने वाले तंत्र-मंत्र, ज्योतिष एवं जादू टोने, छद्म विज्ञापन और टी..
-
गरीबी दूर करने में कांग्रेस शासित राज्य फिसड्डी - रिपोर्ट
नई दिल्ली योजना आयोग उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया भले ही गरीबी कम होने का श्रेय यूपीए की नीतियों को देने की कोशिश कर..
-
भारत निर्माण का सपना दिखा, कैबिनेट बैठकों में अनुपस्थित रहते हैं प्रधानमंत्री
मनमोहन सिंह की छवि काम करने वाले प्रधानमंत्री की क्यूँ न बनायीं गयी हो, परन्तु कैबिनेट की बैठक में अनुपस्थित रहने वालों ..
-
गृह मंत्री पद के दुरूपयोग का नया मामला, चिदंबरम पर नई मुसीबत
२ जी घोटाले में आरोपी बनाने की दहलीज पर खड़े गृह मंत्री चिदंबरम पर अब अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगा है | समूचा विपक्ष तो ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)