मीडिया के कुछ वर्गों में पाक अधिकृत कश्मीर में प्रविष्ट हुए भारतीय सेना के चॉपर को शीघ्र वापस लौटा दिए जाने पर "दोस्ती के ..
सदभावना मिशन : नरेन्द्र मोदी का हर जिले में एक दिन का उपवास
16 Oct 2011, 0938 hrs IST ।। अहमदाबाद ।। गुजरात के मुख्यमंत्री
नरेन्द्र मोदी के सदभावना मिशन के तहत एक बार फिर उपवास शुरू हो रहा
है। रविवार को मोदी जामनगर में उपवास पर बैठेंगे। उनके उपवास के जवाब
में कांग्रेस सांसद विक्रम मदाम का समानांतर उपवास चलेगा।
मोदी ने पिछले महीने इस सदभावना मिशन की शुरूआत करते हुए अहमदाबाद में
तीन दिनों का उपवास रखा था। उसी दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि शांति
और सद्भावना के माहौल को बनाए रखने और उसकी मजबूती के लिए वह राज्य
के हर जिले में एक दिन का उपवास करेंगे। अहमदाबाद के तीन दिनों के
उपवास के दौरान भी कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने समानांतर उपवास
रखा था। रविवार को जब मोदी जामनगर के द्वारका में एक दिन का उपवास
रखेंगे तो वहां भी कांग्रेस सांसद विक्रम मादाम जवाबी उपवास पर
रहेंगे।
जामनगर के जिलाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि उपवास में मोदी के साथ
10 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा वहां अन्य कई
कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
Share Your View via Facebook
top trend
-
पाकिस्तान के हाथ लगी भारत की संवेदनशील सुरक्षा जानकारी
-
पिछडा कोल्लमपल्ली आज बदल चुका
कुछ समय पूर्व तक आंध्र प्रदेश राज्य के पालमूर (मेहबूब नगर) जिले में के अनेक गॉंवों के समान सुस्त, पिछड़ा दिखनेवाले कोल्लमपल..
-
अन्ना हजारे पर देश को बरगलाने, गुप्त एजेंडा रखने का आरोप, भेजा कानूनी नोटिस
हिसार लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को निशाना बनाने वाली टीम अन्ना कानूनी पचड़े में फंस सकती है। 22 साल के युवा ने टीम अन्ना..
-
श्री श्री मिले दिल्ली के 16 पुलिस स्टेशनों में नामदर्ज 1000 से भी ज्यादा दोषियों से ...
नई दिल्ली, 4 दिसम्बर 2012 : अपराध मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था द्वारा एक क..
-
भारत के युगपुरुष स्वामी विवेकानंद के १५०वें जन्मशती वर्ष का प्रारंभ आज
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। संगीत, साहित्य और दर्शन में स्वामी विवेकानंद को विशेष रुचि..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)