गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन को खुलकर समर्थन दे रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने इस आरोप को शनिवार को खारिज किय..
भारत के लिए शरियत का आह्वान करती वेबसाइट, ३ मार्च को इस्लामिक क्रांति की घोषणा
भारत में शरियत लगाने का आह्वान करती एक वेबसाइट इन्टरनेट पर
अस्तित्व में आई है | www.shariah4hind.com नाम की
इस वेबसाइट का लक्ष्य भारत में इस्लामिक साम्राज्य एवं शरियत
का क़ानून लागू करना है | वेबसाइट अमेरिका के अटलांटा से
चलायी जा रही है और वेबसाइट पर संपर्क के लिए ब्रिटेन में प्रतिबंधित
शरियत अदालत के प्रबंधक शेख अन्जेम चौधरी का नाम है | वेबसाइट कहती है
कि कुरान के अनुसार गैर-मुस्लिम मुस्लिमों पर शासन नहीं कर
सकते और इस्लाम सेकुलरिस्म की आज्ञा नहीं देता | भारतीय
उपमहाद्वीप को उसके "गौरवशाली इस्लामिक शासन" के दिनों तक लौटाने के
लिए शरियत लगाना आवश्यक है | साईट कहती है कि इस्लामिक कानून १४०० साल
पुराने हैं और भारतीय संविधान उनके सामने शर्मिंदा होने लायक है |
साईट पर उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावों के बहिष्कार का भी आह्वान है
| "चुनाव का बहिष्कार करो, शरियत लगाओ" का नारा दिया गया है | इसके
अलावा भारत के राजनैतिक दलों के विरुद्ध फतवा भी जारी किया गया है और
भारत के संविधान को उखाड़ फेंकने के लिए ३ मार्च २०१२ को इस्लामिक
उम्माह को इकठ्ठा होने को कहा गया है |
In Eng: Shariya for India, website calls for
Islamic revolution on March 3rd
Share Your View via Facebook
top trend
-
अन्ना के आंदोलन को RSS नहीं दे रहा वित्तीय मदद
-
राष्ट्रपति पद को लेकर उलझे कांग्रेसी, कलाम जैसे सर्वमान्य अराजनीतिक व्यक्ति से चिढ़ क्यों?
देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को लेकर वोट बैंक गणित में उलझे कांग्रेसी कलाम जैसे सर्वमान्य अराजनीतिक व्यक्ति से संप्रग को..
-
सीटें जीते बिना भी मिल सकता है क्षेत्रीय दल का दर्जा
नई दिल्ली गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों पर चुनाव आयोग थोड़ा मेहरबान हुआ है। अब ये दल राज्य विधानसभा या लोकसभा में कोई ..
-
उत्तर प्रदेश में उभरेगा युवा नेतृत्व : डॉ. वेदप्रताप वैदिक
उत्तरप्रदेश के चुनाव का महत्व किसी भी प्रदेश के चुनाव से कई गुना है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है कि वह सबस.. -
सोनिया से बोफोर्स की काली कमाई लाने को कहेंगे बाबा रामदेव
नई दिल्ली, काले धन के मुद्दे पर राजनीतिक समर्थन जुटाने के अभियान में जुटे बाबा रामदेव ने बोफोर्स के मुद्दे को भी छेड़कर ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)