कभी गॉड्स ओन कंट्री के नाम से जाना जाने वाला देवताओं का प्रदेश केरल जो आज जिहादी आतंकियों और एवेंजेलिकल मिशनरियों की गिर..
२६/११ : कुछ याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के घर न आये

२६/११ को आतंकवादी हमले में भारत के २ एनएसजी कमांडो, १५ पुलिस
अधिकारी व सिपाही, एवं लगभग १५० नागरिक अपने प्राणों की आहुति दे गए |
आई बी टी एल का नमन उन्हीं में से कुछ शहीदों को जिन्होंने दूसरों के
प्राण बचाते हुए अपने प्राण गँवाएँ |
श्री तुकाराम ओम्बले : ओम्बले को २६-२७ नवम्बर की मध्य रात्रि को लियोपार्ड केफे, ओबेरॉय होटल आदि में गोलीबारी का समाचार आने के बाद मरीन ड्राइव पर तैनात होने का आदेश मिला था | लगभग १२:४५ पर उन्हें सूचना मिली कि २ आतंकवादी एक स्कोडा गाड़ी लेकर गिरगांव चौपाटी की ओर आ रहे हैं | थोड़ी देर बाद ही स्कोडा वहाँ से निकली और ओम्बले ने उसका मोटरसाईकल से पीछा किया | गाड़ी के चौपाटी सिग्नल पहुचते ही वहाँ बैरिकडिंग करने वाली पुलिस पर आतंकवादियों ने गोलियाँ चलाई पर इस बीच ओम्बले ने उनकी स्कोडा को ओवरटेक कर लिया | कसाब गाड़ी से नीचे उतरा और ओम्बले ने उसकी राईफल की नाल पकड़ ली | कसाब ने उन पर अंधाधुध फायर करना शुरू किया परन्तु उन्होंने नाल नहीं छोड़ी | इस बीच बाकी पुलिस वालों ने कसाब को पकड़ लिया पर २० गोली खा चुके ओम्बले ने अपने प्राण त्याग दिए | गणतंत्र दिवस २००९ पर उन्हें उनकी अदम्य वीरता के लिए मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया |
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
In English : 26/11 : Kuch yaad unhe bhi karlo, jo
laut ke ghar na aaye
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन : ३१ वर्षीय मेजर संदीप
भारतीय सेना के एनएसजी के कमांडो थे | २६/११ को उन्हें ५१ ताज महल
होटल के बचाव का दायित्व सौंपा गया था | उन्होंने १० कमांडो के दल के
साथ होटल में प्रवेश किया व छठे तल पर पहुँचे जहाँ उन्हें महसूस हुआ
कि आतंवादी तीसरे तल पर छुपे हैं आतंकवादियों ने कुछ महिलाओं को बंधक
बनाया हुआ था | दरवाजा तोड़ कर उन्होंने गोलीबारी का सामना किया जिसमें
कमांडो सुनील यादव घायल हो गए | मेजर संदीप ने अपने प्राणों की चिंता
न करते हुए सुनील को वहाँ से निकलवाया, लगातार गोलीबारी का उत्तर देते
रहे और भाग रहे आतंकवादियों का पीछा भी किया | इस बीच उन्हें पीछे से
गोलियों से भून डाला गया और उन्होंने बाद में दम तोड़ दिया | मेजर
संदीप को भी उनके साहस के लिए मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया
गया |
कमांडो गजेंदर सिंह : ३६ वर्षीय हवलदार गजेंदर सिंह
भी एनएसजी में कमांडो थे और उस दल का हिस्सा थे जो नरीमन पॉइंट पर
मोर्चा संभाल रहा था | उनके दल को नरीमन हाउस की छत पर उतारा गया था |
उनके दल ने भीषण गोलीबारी का सामना किया | उन पर ग्रेनेड भी फेंके गए
परन्तु आतंकवादियों को वश में करने के संकल्प के चलते वे दूसरे कमांडो
के लिए मार्ग बनाते हुए आगे बढ़ते रहे | उन्होंने अपने सीने पर असंख्य
गोलियाँ झेली और अपने प्राण गँवा दिए परन्तु उनका यह अदम्य शौर्य उनके
दल को सफलता दिला गया | उन्हें भी मरणोपरांत अशोक चक्र से समानित किया
गया |
एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, अपर आयुक्त अशोक काम्टे, एनकाउंटर विशेषज्ञ विजय सालस्कर: आतंकवादी हमले का समाचार मिलने पर एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे तुरंत छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पहुंचे और उसके बाद कामा चिकित्सालय पहुँचे | वहाँ से अशोक काम्टे, विजय सालस्कर, इंस्पेक्टर अरुण जाधव एवं ३ सिपाहियों के साथ क्वालिस गाड़ी में बैठ कर आतंकवादियों की तलाश में निकले | आतंकवादियों के एक लाल कार में छुपे होने की सूचना मिली थी | जब वे अपराध शाखा के कार्यालय से रंग भवन की ओर तो उन्होंने एक आतंकवादी (कसाब) को भागते हुए देखा | उस पर उन्होंने गोलियाँ चलायी और उसके हाथ में एक गोली लगी और रायफल उसके हाथ से गिर गयी | उसे पकड़ने के लिए वो गाड़ी से निकले तभी दुसरे आतंकवादी इब्राहीम खान ने उन्हें गोलियों से भून डाला | अरुण जाधव को छोड़ के शेष सभी ६ शहीद हो गए | हेमंत करकरे, अशोक काम्टे और विजय सालस्कर को २६ जनवरी २००९ को अशोक चक्र प्रदान किया गया |
Share Your View via Facebook
top trend
-
देश का सबसे अधिक अपराध-ग्रस्त राज्य बन गया है केरल
-
यूपीए सरकार ने कृषि, श्रम सुधारों को उपेक्षित छोड़ा, रोजगार सृजन में भी असफल : विशेषज्ञ
यूपीए सरकार की 'सम्मिलित विकास' (इन्क्लूसिव ग्रोथ') की बड़ी बड़ी रणनीति की सफलता का बुलबुला कुछ वर्ष पहले आई अर्जुन सेनगुप..
-
1941 में डूबे ब्रिटिश जहाज से चांदी का खजाना मिला, कोलकाता से ब्रिटेन जा रहा था
लंदन, एजेंसी : अमेरिका की एक अन्वेषण कंपनी ने डूबे हुए एक ब्रिटिश जहाज से भारी मात्रा में चांदी का खजाना बरामद किया है, जि..
-
हिन्दू-मन्दिरों का सरकार द्वारा अधिग्रहण तथा सम्पत्ति को खर्च करने का षड़यंत्र?
हिन्दुओं के मन्दिरों का सरकार द्वारा अधिग्रहण करना तथा उसकी सम्पत्ति को गैर हिन्दुओं के ऊपर खर्च करना हिन्दू समाज के ऊपर..
-
पीएम का मजाक उड़ाना महंगा पड़ा, शिवसेना के खिलाफ केस दर्ज
मुंबई के दशहरा मैदान से अपनी राजनीति चमकाते रहे शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को गुरुवार को पीएम का मजाक उड़ाना महंगा पड़ा है। ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)