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फेसबुक ने दिया धोखा लॉग आउट होने के बाद भी चलता रहता था अकाउंट

न्यूयॉर्क, एजेंसी : आपकी चहेती सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक आपको निजता और सुरक्षा देने के लिए लगातार नई-नई एप्लीकेशन और प्राइवेसी सेटिंग लांच करती जा रही है। लेकिन क्या हो अगर खुद रक्षा करने वाला ही आपको नुकसान पहुंचाने पर उतारू हो जाए। कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला घटनाक्रम बुधवार को हुआ जब फेसबुक ने स्वीकारा कि वो अपने लगभग 75 करोड़ उपभोक्ताओं के अकाउंट पर हमेशा नजर रखता है।
अनोखा ये है कि जब आप फेसबुक का इस्तेमाल नहीं भी कर रहे होते हैं तब भी फेसबुक के कर्मचारी उपभोक्ताओं के अकाउंट का इस्तेमाल दूसरी कई तरह की चीजों के लिए कर रहे होते हैं। यह सब कुछ आपके लॉग आउट होने के बाद भी चलता रहता है। इस खुलासे के बाद फेसबुक के लिए उपभोक्ताओं का भरोसा कायम रखना मुश्किल रहेगा।
हालांकि फेसबुक ने कहा है कि यह सॉफ्टवेयर की वजह से हो रहा था। यही वजह थी कि उनके लॉग आउट होने पर भी सॉफ्टवेयर अकाउंट संबंधी सूचनाएं फेसबुक को भेज रहा था। तकनीकी विशेषज्ञों के मुताबिक उपभोक्ताओं के डाटा को हर समय फेसबुक के सर्वर पर भेजा जता रहता था।
इस डाटा का इस्तेमाल टार्गेट एडवर्टाइजिंग कंपनियों को देने के लिए किया जा रहा था। इसका खुलासा एक ऑस्ट्रेलियाई ब्लॉगर निक क्यूब्रिलोविक ने किया। निक का यह खुलासा तेजी से पूरी दुनिया में फैल गया था। हालांकि फेसबुक ने स्थिति को संभालते हुए निक को इस कमी का पता लगाने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अब ऐसा नहीं हो रहा है।
निक ने पाया था कि जब भी आप फेसबुक खोलते हैं तो कंपनी की ओर से आपके कंप्यूटर में कुकीज भेज दिए जाते हैं। जो कि कंप्यूटर की ब्राउज हिस्ट्री पर नजर रखते हैं और फेसबुक को उपभोक्ता संबंधी जानकारियां और उसका आइपी भेज देते हैं। इसके बाद फेसबुक लगातार देखता रहता है कि यूजर कौन सी वेबसाइट चेक कर रहा है।
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