नई दिल्ली, 4 दिसम्बर 2012 : अपराध मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था द्वारा एक क..
मैं सेकंड हैंड किताबें लेकर पढ़ता था और कक्षा में पहले नंबर आता था

बाबा रामदेव को गाते हुए, मौज-मस्ती करते हुए, डांस करते हुए आप
देखना चाहते हैं तो इस शुक्रवार को प्रसारित होने वाला सारेगामापा
लिटिल चैम्प्स देखना ना भूलें। इस एपिसोड में बाबा बच्चों के बीच
होंगे। जब बाबा इस एपिसोड की शूटिंग करने सेट पर पहुंचे तो उन्होंने
अपने स्कूली दिनों में गाए हुए भजन को गाने की इच्छा जाहिर की।
उन्होंने कई रीटेक्स दिए और संतुष्ट होने के बाद ही शॉट ओके किया
|
सेकंड हैंड किताब से की पढ़ाई
नितिन ने जब पूछा कि बाबा आप बचपन में कैसे थे? तो बाबा ने जवाब दिया
‘बचपन में मैं नंगा घूमता था। 5-6 वर्ष की उम्र तक मैं बहुत ही कम
कपड़ों में घूमता था। मैं बचपन में खेती भी करता था। प्राथमिक शिक्षा
तो मुफ्त में होती थी, फिर दो रुपये फीस लगने लगी। मैं सेकंड हैंड
किताबें लेकर पढ़ता था और कक्षा में पहले नंबर आता था। मैं किताबें
इतनी साफ रखता था कि अगले वर्ष वो खरीदी हुई कीमत से ज्यादा में बिकती
थी।
कैसे वजन कम करें?
बाबा आए और योग की बात न हो, ऐसा भला कैसे हो सकता है। बाबा ने योग के
कई टिप्स दिए। निलाद्री को कहा कि उसे कपाल भाति करना चाहिए ताकि उसका
वजन कम हो। उन्होंने रिमषा को बताया कि योग से वह कैसे अपने गुस्से पर
नियंत्रण कर सकती है। उन्होंने कहा कि यदि हर गाने वाला अनुलोम विलोम
करेगा तो उसे जबरदस्त फायदा होगा। वैसे इससे हर किसी को फायदा होता
है।
कार्यक्रम के जज जावेद अली और अल्का याज्ञनिक बाबा द्वारा बताया गया
योग करते हैं इसलिए अपने बीच बाबा रामदेव को पाकर वे ज्यादा खुश थे।
जावेद कहते हैं ‘मैं किसी भी परफॉर्मेंस या कंसर्ट में जाने के पहले
अनुलोम विलोम करता हूं और इससे मुझे बहुत फायदा होता है।
बचपन में मोटे थे बाबा
बाबा ने बताया कि ‘मैं जब 9 वर्ष का था तो बहुत बीमार रहता था। बहुत
मोटा भी था। सभी मुझे चिढ़ाते थे। फिर मैंने योग करना शुरू किया और तब
से लेकर आज तक 5 बजे उठता आया हूं और परिणाम सबके सामने है।
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