लाहौर। पाकिस्तान के एक संगठन ने माग की है कि महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का देश में नायकों की तरह सम्मान किया जाना च..

कानपुर के एक युवा वैज्ञानिक ने गौ मूत्र से जलने वाला एक लैंप
तैयार किया है और हाल ही में इसका तरीका भी प्रदर्शित किया गया।
वैज्ञानिक सभाबहादुर सिंह ने प्रदर्शन के बाद बताया कि वैज्ञानिकों ने
गौ-मूत्र से जलने वाला ज्योति लैम्प बनाकर बिजली के घोर अभाव में
उजाला फैलाकर नई दिशा दी है।
उनका कहना है कि यह लैम्प देशी गाय के मूत्र से ही प्रकाश पैदा करेगा।
एक बार चार्ज होने पर 400 घंटे तक प्रकाश मिलने का दावा किया गया है।
सिंह का कहना है कि इस लैम्प के जरिए मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता
है। लैंप के डिस्चार्ज होने पर उसे पुन: गो-मूत्र डालने से रीचार्ज
किया जा सकता है। लैम्प की कीमत मात्र 200 रुपया बताई गयी है।
वैज्ञानिक का यह भी दावा है गोबर से बनाई गयी गैस से मोटरसाइकिल भी
चलाई जा सकती है। एक किलो गैस से मोटरसाइकिल 70 किलोमीटर चलेगी।
Share Your View via Facebook
top trend
-
भगत सिंह को पाकिस्तान में मिले सम्मान, पाकिस्तानी संगठन की मांग
-
सर्न में भारतीय वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी का अहम योगदान : धरती पर सृष्टि की रचना कैसे हुई?
जिनिवा, विश्व की निगाहें आज यूरोपियन सेंटर फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) पर केंद्रित थीं जिसने गॉड पार्टिकल की खोज करने क..
-
अन्ना के समर्थन में सड़को पर उतरे चार्टेड एकाउटेंट, वकील और पूर्व सैनिक
जन लोकपाल बिल और अन्ना हजारे के समर्थन में आज तीसरे दिन भी कानपुर में आंदोलन के लिये लोग सड़को पर उतरे और शाम को शहर के कर..
-
महान भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी कपिल रामलाल निखंज देव
भारतीय क्रिकेट के लिविंग लीजैंड कपिल देव को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं हैं। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की चर्चा करना ..
-
श्रेय न दिए जाने के कारण, ट्विट्टर पर ट्रेंड हुआ... #CNNIBNLies
हिन्दुओं पर संसार के विभिन्न हिस्सों में हो रहे अत्याचार आजकल भारत में एक चिंता का कारण बने हुए हैं। देश के ऐसे ही जागरू..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)