यह एक अजीब तथ्य है कि भारत भू पर आने वाले अधिकांश पाकिस्तानी राजनैतिक व्यक्ति अजमेर शरीफ जाने की इच्छा जरूर रखते हैं, सा..
बाबा रामदेव की शरण में पहुंची टीम अन्ना, मतदाता जागरूकता अभियान

" लौट के टीम अन्ना बाबा के पास आई " , जैसा कि सभी को ज्ञात है कि
बाबा रामदेव एवं अन्य सहयोगियों ने मिलकर भ्रस्टाचार के विरुद्ध
आन्दोलन को प्रारंभ किया था जिसके तहत कॉमनवेल्थ में हुए भ्रस्टाचार
के विरुद्ध एफ.आई.आर कि गयी थी एवं अन्ना हजारे जी को समस्त जनता से
रूबरू कराया गया था। खैर ये बात तो अब आई गयी हो गयी अन्ना हजारे भी
अब लाखों दिलों पर अपनी स्वच्छ छवि के कारण राज़ करते हैं। और इसमें
गलत भी क्या है। आखिर जन-सादाहरण को एक ऐसा व्यक्ति तो मिला जिसे
स्वच्छ मानकर आंदोलनों कि नींव राखी जा सके।
सूचना के अनुसार अब बाबा रामदेव और टीम अन्ना अब एक साथ चुनाव प्रचार
करेगी। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों
ने हाथ मिलाया है। दोनों मिलकर साफ छवि के उम्मीदवारों को वोट देने के
लिए मतदाताओं को जागरूक करने का काम करेंगे। दोनों किसी विशेष पार्टी
के पक्ष या खिलाफ में वोट नहीं मांगेंगे। टीम अन्ना के सदस्य मनीष
सिसोदिया ने बाबा रामदेव से मुलाकात कर साथ आने की पेशकश की थी। बाबा
रामदेव ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है लेकिन औपचारिक तौर पर
पुष्टि नहीं की है ।
ज्ञातव्य है कि बाबा रामदेव काले धन, सामान शिक्षा, सभी भाषाओँ में
शिक्षा जैसे अनेकों मुद्दों पर आवाज़ उठा रहे हैं। वहीं टीम अन्ना
भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल कानून की वकालत कर रही है।
ज्ञातव्य है कि गत माह दिसंबर के आखिर में मुंबई में हुए अनशन के
दौरान टीम अन्ना ने बाबा रामदेव को आमंत्रित किया था। बताया जा रहा है
कि मुंबई में अन्ना के अनशन में ज़्यादा लोगों के न शामिल होने के बाद
दोनों फिर से करीब आ गए हैं। अन्य समस्त भारत स्वाभिमान समाचार पढ़ें !!
Share Your View via Facebook
top trend
-
ख्वाजा मुइउद्दीन चिश्ती, अजमेर और भारत इतिहास
-
दिल्ली में लगभग दो लाख रूपए की लागत से बना टॉयलेट अचानक गायब, थाने में रपट दर्ज
सूचना के अधिकार से अभी-अभी मालूम पड़ा है कि दिल्ली के एक गांव में लगभग दो लाख रूपए की लागत से जो टॉयलेट बना था, वह अचानक ग..
-
पुलिस अफसर नरेंद्र कुमार की हत्या : माफिया, मीडिया और विपक्ष
मुरैना में होली के दिन हुई पुलिस अफसर नरेंद्र कुमार की हत्या ने सारे देश में सनसनी-सी फैला दी थी| माना यह जा रहा था कि व..
-
सांसदों-मंत्रियों को घेरने का आइडिया आमिर का था : जनलोकपाल
नेता भले ही अन्ना हजारे के समर्थकों द्वारा सांसदों और मंत्रियों के घरों के घेराव से चिढ़ रहे हों लेकिन जनता को ये सब काफी ..
-
मोंटेक - चिदंबरम के टकराव में फँसी योजनाएँ
गृह मंत्री चिदंबरम और योजना आयोग के प्रमुख मोंटेक सिंह अहलुवालिया का टकराव सरकारी योजनाओं को प्रभावित कर रहा है | पहले प..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)