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  • किशोर बड़थ्वाल
  • कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...

    Wednesday, Sep 18,2013, 10:12 IST .
    वो भयभीत हैं,
     
    अपने ही काले कारनामों के खुलने से,
     
    अपने पापों के जगजाहिर हो जाने से,
     
    अपने अपराधों के जवाब मांगे जाने से,
     
    अपनी सत्ता के छिन जाने से, 
     
    अपनी ताकत के हीन हो जाने से, 
     
    अपने कुर..
  • कुंए के मीडियाई मेंढक...

    Monday, Nov 19,2012, 16:00 IST .

    भारतीय मीडिया जिस प्रकार से पत्रकारिता के गंभीर दायित्व का उल्लंघन कर आमदनी के ऊपर ध्यान केंद्रित कर रहा है उस से इसकी प्रमाणिकता और विश्वसनीयता समाप्ति की ओर है। मीडिया में आये इस स्खलन का दोष, दायित्व मीडिया के उन पत्रकारों का ही है जो सत्य के स्थान पर अपने स्वामियों की लाभहानि के अनुसार मुंह खोलते हैं। बदलते सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य मे मीडिया ने अपनी वरीयतायें भी बहुत तेज गति से बदली हैं..

  • विदेशी कंपनियों के अनुसार चलती भारतीय दिवाली ...

    Sunday, Nov 11,2012, 14:27 IST .

    सुबह रास्ते में एक विद्यालय के बालक पटाखों के विरोध मे हाथों मे कुछ पट्टिकायें लिये, नारे लगाते हुए चल रहे थे। पटाखों से मुझे कोई विशेष लगाव नही है, इन से धुंआ उठता है, ये प्रदूषण फैलाते हैं, इन से आग लगने का भय होता है, इन से चोट लगने का खतरा होता है, यह सभी बातें सत्य हैं, और जब श्री राम अयोध्या आये तो उस समय पटाखों का चलन भी नहीं था, अतः यह कहना भी उचित नही है कि यह श्री राम के अयोध्या पहु..

  • आंदोलन को निगलती राजनैतिक महत्वाकांक्षा...

    Monday, Sep 24,2012, 18:43 IST .

    सरकारी कारगुजारियों से परेशान हो स्वतंत्रता के बाद भारत मे ३ ऐसे आंदोलन हुए जिन्होने सत्ता परिवर्तन किये हैं, और तीनों बार ही सत्ता परिवर्तन आंदोलनों के द्वारा जनजागरण कर के संभव हो सके। ७० के दशक अंत मे हुआ सत्ता परिवर्तन जेपी के संपूर्ण क्रांति के आह्वान के आंदोलन द्वारा, १९८९ मे बोफोर्स कांड और भ्रष्टाचारियों के बचाव के प्रयासों से त्रस्त हो वीपी सिंह के आंदोलन द्वारा और १९९९ मे सांस्कृतिक..

  • दो भिन्न समूह... आई.ए.सी और टीम केजरीवाल

    Saturday, Aug 11,2012, 13:17 IST .

    लगभग ढाई वर्ष पूर्व कुछ लोगों ने फेसबुक पेज के माध्यम से एक आंदोलन की परिकल्पना की, और तकनीकि रूप से कुशल व्यक्तियों ने इस विचार को फेसबुक के माध्यम से आम लोगो का आंदोलन बनाया और इसे आई.ए.सी नाम दिया, किंतु ४ अगस्त २०१२ को आई.ए.सी के अंदर के ही एक समूह की महत्वाकांक्षा ने इस आंदोलन को निगल डाला। यहां यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि आई.ए.सी वह टीम नही है, जिसे केजरीवाल टीम ने कोर टीम का नाम दिया थ..

  • इस्लाम व कुरान पर भारत के महापुरुषों द्वारा दिए गए क्रांतिकारी विचार

    Monday, Jun 04,2012, 20:10 IST .

    सरदार वल्लभ भाई पटेल (संविधान सभा में दिए गए भाषण का सार)। "ऎसा कोई अन्य मजहब नहीं जिसने इतना अधिक रक्तपात किया हो और अन्य के लिए इतना क्रूर हो। इनके अनुसार जो कुरान को नहीं मानता कत्ल कर दिया जाना चाहिए। उसको मारना उस पर दया करना है। जन्नत ( जहां हूरे और अन्य सभी प्रकार की विलासिता सामग्री है) पाने का निश्चित तरीका गैर ईमान वालों को मारना है। इस्लाम द्वारा किया गया रक्त..

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