देश की राजनीति के कई चेहरे हैं। यहां हर फैसले जरूरत के हिसाब से नहीं चुनाव की बिसात पर लिए जाते हैं। कमोबेश ऐसी ही कुछ हकी..
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देसी रियासतों को भारत में मिलाने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन
0सरदार वल्लभ भाई पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम आन्दोलन में अपनी युवावस्था में मातृभूमि की सेवा में अपने को अर्पित कर दिया था। कहा जाता है कि घर वालों को बिना बताए वे तीन साल लापता रहे। उन्होंने झाँसी की महारानी लक्ष्मीबाई तथा नाना साहब घोड़..
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बाघा जतिन के १४० वें जन्मदिवस पर शत् शत् नमन : राष्ट्र वंदना
बाघा जतिन ( ०७ दिसम्बर, १८७९ - १० सितम्बर , १९१५) जतींद्र नाथ मुखर्जी का जन्म जैसोर जिले में सन् १९७९ ईसवी में हुआ था। पाँच वर्ष की अल्पायु में ही उनके पिता का देहावसान हो गया। माँ ने बड़ी कठिनाई से उनका लालन-पालन किया। १८ वर्ष की आयु में उन्होंने..
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बंगाली क्रांतिकारी दिनेश गुप्ता के जन्म दिवस पर शत शत नमन
दिनेश गुप्ता का जन्म ६ दिसंबर १९११ में ग्राम जोशोलोंग जिला मुंशीगंज (वर्तमान बंगलादेश) में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात स्नातक शिक्षा प्राप्त करने हेतु ढाका कॉलेज में प्रवेश लिया। वहीं दिनेश गुप्ता ने सन १९२८ में बंगाल क्रांतिकारी ..
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मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक मानते हैं राजनीतिक दल
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जल्दी ही बन कर तैयार होगा बाबा रामदेव का बहु-प्रतीक्षित फ़ूड पार्क
रांची के गेताल्सुद बन्ध के निकट ११३ करोड़ की लागत से बनने वाले फ़ूड पार्क अब जल्दी ही बन कर तैयार हो जायेगा | २ साल से सरकार..
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नायक के अनिल कपूर की तरह काम करेंगे मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा
फिल्म नायक में मुख्यमंत्री की भूमिका निभाने वाले अनिल कपूर पर्दे पर जिस तरह जनता से सीधे रूबरू होकर उनकी समस्याओं का समा..
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सीटें जीते बिना भी मिल सकता है क्षेत्रीय दल का दर्जा
नई दिल्ली गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों पर चुनाव आयोग थोड़ा मेहरबान हुआ है। अब ये दल राज्य विधानसभा या लोकसभा में कोई ..
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भाजपा का होना भी भारत का अपमान - रेणुका चौधरी की अशोभनीय टिप्पणी
कांग्रेस प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी ने देश के प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के सम्बन्ध में निता..
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सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
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वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
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आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
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अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
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सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
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नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
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न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
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पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
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वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
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जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
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उफ़ ये बुद्धिजीवी !
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कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
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मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
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भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
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२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
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वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
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चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
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समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
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विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
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सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
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