योगेश कुमार राज, खुर्जा यह खबर नहीं, बल्कि भावशून्य हो रहे इंसान की आत्मा पर संवेदना की चोट है। इस संवेदना की स्याही ने धर..
-
प्रशांत भूषण जैसा होगा अरविंद केजरीवाल का हाल!
0Oct 16, 2011 at 04:02pm IST || हिसार || हिसार से कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश सिंह ने कहा है कि जिस तरह से प्रशांत भूषण की पिटाई हुई है वही हाल अरविंद केजरीवाल का भी होगा। गौरतलब है कि हिसार में उपचुनाव में प्रचार के दौरान टीम अन्ना ने जन लोकपाल बि..
top trend
-
नई पहल: संवेदना ने संवारी बूढ़े बरगद की जर्जर काया, आई.बी.टी.एल कार्यकर्ता ने दिखाया दम
-
अमेरिकी वेबसाइट ने सोनिया को बताया अरबों का मालिक, भारतीय मीडिया आहत, दी मुक़दमे की सलाह
यदि चापलूसी के लिए पारितोषिक मिले तो भारत के मीडिया को पछाड़ना मुश्किल होगा | वैसे तो भारत का इंग्लिश मीडिया कित.. -
इतिहास का सच और भविष्य की चुनौती है अखंड भारत भाग २ - के. एन. गोविन्दाचार्य
प्रश्न : आपने कहा कि अखंड भारत एक सांस्कृतिक सत्य है यानी यह भूभाग यदि अखंड था तो संस्कृति के कारण। आज ..
-
स्विस बैंकों से गायब हो चुका भारत का धन
दैनिक समाचार पत्र डीएनए में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार जांच एजेंसियों को इस बात के पुष्ट प्रमाण मिले हैं की अनेक ..
-
जय जवान जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री एक ऐसी हस्ती थे जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में देश को न सिर्फ सैन्य गौरव का तोहफा दिया बल्कि हरित..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-