बेडगुड्डे : सामूहिक प्रयास का चमत्कार

Published: Wednesday, Oct 19,2011, 17:19 IST
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पानी, शिक्षा, सड़क और आरोग्य जैसी प्राथमिक सुविधाओं को तरसते और विकास योजनाओं की कल्पना भी ना कर सकनेवाले अनेक गॉंव इस देश में है| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इन गॉंवों को प्रगति की राह पर लाने के लिए ‘ग्राम विकास योजना’ बनाई| इस योजना के अंतर्गत अक्तूबर २००८ तक मंगलोर, शिमोगा और तुमकुर विभाग में ६० से अधिक ग्राम विकसित हो चुके है|

१९९५ में इस योजना की नीव रखी गई| गॉंवों की मूलभूत आवश्यकताएँ भोजन, शिक्षा और आरोग्य के बारे में विशेष ध्यान देना निश्‍चित किया गया| यह भी तय किया गया कि, इसके लिए धनराशी और अन्य सुविधाएँ भी गॉंव वाले ही जुटाएंगे| विकास योजना का यह टप्पा पूरा होने के बाद समय और आवश्यकता के अनुसार इनमें सामाजिक शिक्षा, सामाजिक आरोग्य, सामाजिक संस्कार, सामाजिक समृद्धि, सामाजिक समरसता और सामाजिक सुरक्षा जैसे प्रकल्प भी जुडते गए|

यह कहानी ऐसे ही विकसित हुए, कर्नाटक प्रांत के बेडगुड्डे गॉंव की है| केरल की सीमा से सटा यह गॉंव आज एक खुशहाल और आदर्श गॉंव बन गया है|

सामाजिक शिक्षा : गॉंव में दो प्राथमिक विद्यालय और एक हायस्कूल है| दो सरकारी आंगनवाड़ी भी है| आर्थिक पिछड़े विद्यार्थिंयों को नि:शुल्क पुस्तकें, गणवेश और बस्ते दिए जाते है| गॉंव में विद्यार्थिंयों का पास होने का प्रतिशत पहले जो ८० था, वह अब बढ़कर ९० से अधिक हो गया है| ३५ वर्ष से कम आयु के शतप्रतिशत लोग साक्षर है| सार्वजनिक कार्यक्रमों में विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग लेते है| तीन वर्षों से गॉंव में वन महोत्सव आयोजित किया जाता है| अब जल संरक्षण का काम भी आरंभ हुआ है|

सामाजिक आरोग्य : स्वच्छता के बारे में नागरिकों में जागृति करने के लिए अभियान चलाया गया| हर घर में शौचालय बनाया गया| समय समय पर आरोग्य शिबिर लिए जाते है| रक्तदान अभियान के अंतर्गत रक्तदान शिबिर भी लगाए जाते है| स्थायी रक्तदाता सूची भी बनाई गई है| वनऔषधियों के पेड़ भी लगाए गए हैं|

सामाजिक संस्कार : सामाजिक संस्कार उपक्रम में बालगोकुलम्, मातृ मंडली, सत्संग और भजन के कार्यक्रम सदैव होते रहते है| समाज पर इसके सकारात्मक परिणाम देखे गए है| गॉंव में सद्भाव और परस्पर सहयोग का वातावरण निर्माण हुआ है| हर घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाया गया है| नशा, धुम्रपान, जुएँ की समस्या नहीं रही है|

सामाजिक समृद्धि : गॉंव में छ: स्वयं सहायता समूह सक्रिय है| इनमें दो पुरुषों और चार महिलाओं के है| इन समूहों के ७८ सदस्य है| ये समूह व्यापार करने के साथ दुकाने भी चलाते है| खेती के काम के लिए पशु एवं मानव श्रम का उपयोग किया जाता है| सामूहिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है|

श्रमदान से गॉंव की सड़कों, मंदिरो और शालाओं की मरम्मत का काम किया जाता है| २० प्रतिशत घरों में बारीश के पानी का संग्रहण किया जाता है|

सामाजिक समरसता : गॉंव में कहीं भी छूआ-छूत नहीं है| कोई भी कसाईयों को गाय नहीं बेचता| सुरक्षा समिति गठित की गई है जो गॉंव की देखभाल का खयाल रखती है|

कुछ और गॉंवों की भी यही कहानी हैं|

कोनजे

यह गॉंव मंगलोर शहर के बाहर पर्वतीय क्षेत्र में बसा है| यहॉं मंगलौर विश्‍वविद्यालय का मुख्यालय भी है| विश्‍वविद्यालय में संघ की शाखा नियमित लगती है|

गॉंव में बहुसंख्य मजदूर है| गॉंव में दो मंदिर और एक सामुदायिक भवन बनाया गया है| इसमें केवल निर्माण की सामग्री ही खरीदी गई| गॉंव को जोडनेवाला पुल बनाया गया| करीब पॉंच किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई| गॉंव का तालाब साफ किया गया| गरीब लोगों के घरों की मरम्मत गॉंववालों ने मिलकर कराई|

सार्वजनिक पूजा के बाद सहभोज होता है| गॉंव के युवको ने कई बार गायों को कसाईंयों की चुंगुल से बचाया है|

नित्ते

नित्ते शिक्षा न्यास और न्यायमूर्ति के. एस. हेगडे फाऊंडेशन की मदद से गॉंव में ग्राम विकास का काम चलता है| ‘नेरेकरे क्षेम’ नाम से एक प्रकल्प चलाया जाता है, इसमें दस-पंद्रह घरों का एक समूह बनाया जाता है| समूह में से एक व्यक्ति को चुनकर उसे पूर्ण स्वावलंबी बनाया जाता है| इस समूह की देखभाल वरिष्ठ कार्यकर्ता करते है|

गॉंव में आंगनवाडी से महाविद्यालय तक शिक्षा की व्यवस्था है| दसवी के बाद विद्यार्थिंयों को स्वयंरोजगार उपलब्ध करानेवाले विविध व्यवसायों से संबंधित प्रशिक्षण अभ्यासक्रमों की व्यवस्था है| यहॉं उत्तर पूर्वांचल की चौतीस बालिकाओं के लिए भी नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है|

भारतीय किसान संघ की सहायता से किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है| गॉंव में ‘श्री सत्यम’ धान की खेती का भी प्रशिक्षण दिया जाता है| इसमें पानी बहुत कम लगता है|

थक्कते

गॉंव में आंगनवाडी से महाविद्यालय तक शिक्षा की व्यवस्था है| पहले, २५ प्रतिशत विद्यार्थी शाला के स्तर से ही पढ़ाई छोड देते थे अब यह अनुपात केवल ५ प्रतिशत रह गया है| शाला में पास होनेवाले विद्यार्थिंयों का अनुपात जो पहले ६५ प्रतिशत था, वह अब ७५ से अधिक हो गया है| निजी शालाओं में तो वह ९५ प्रतिशत तक है|

अधिकतर लोग आयुर्वेदिक उपचार पद्धति का प्रयोग करते है| ५० रक्तदाताओं की सूची बनाई गई है| महिलाओं के ५५ स्वयं सहायता समूह बनाए गए है; इसके ४०० सदस्य है|

कोडमन्नु

बंतवाल तहसील के अंतर्गत आनेवाला यह गॉंव अत्यंत पिछडा था| बीड़ी बनाना और कृषि, यह यहॉं के मुख्य व्यवसाय है| स्वयं सहायता समूह के माध्यम से यहॉं कृषि से संबंधित उद्योगों को बढावा दिया गया है| धान और नारियल यहॉं की मुख्य फसले है| किसानों का जैविक कृषि की ओर झुकाव है| २५ प्रतिशत से अधिक किसानों के पास देसी नस्ल की गायें हैं|

अराला

गॉंव में ७६ स्वयं सहायता समूह है| इनके ८०० से अधिक सदस्य है| ५० प्रतिशत से अधिक किसान जैविक खेती करते है| गॉंव में तीन दुग्ध समितियॉं हैं, जिनमें से एक महिलाओं की है| खेती से संबंधित अनुभवों के लेन-देन के लिए समय समय पर किसान सम्मेलन आयोजित किए जाते है|

गॉंव के मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है| इसमें पॉंच लोगों के एक एक समूह ने सप्ताह भर श्रमदान किया| इसके लिए निधि जुटाने के लिए प्रतिदिन एक मुठ्ठी अनाज और गोलक विधि का सहारा लिया गया|

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