नरेन्द्र मोदी ने एक इमाम की दी हुई जालीदार टोपी स्वीकार नहीं की तो मानो देश एक गम्भीर समस्या से जूझने लगा…। सरकारी ..
सिमी की हिट लिस्ट पर साध्वी प्रज्ञा एवं मालेगांव धमाकों के अन्य आरोपी
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिमी (वही जिसकी तुलना कांग्रेस महासचिव
राहुल गाँधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की थी) की हिट लिस्ट पर
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, एवं मालेगांव धमाकों के दूसरे आरोपी कर्नल
पुरोहित एवं दयानंद पाण्डेय हैं - इस आशय का समाचार एक सरकारी रिपोर्ट
के आधार पर हिंदुस्तान टायम्स ने प्रकाशित किया है | यह सरकारी
रिपोर्ट केंद्रीय एवं राज्य की गुप्त एजेंसियों द्वारा दी गयी
सूचानायों के आधार पर तैयार की गयी है | रिपोर्ट के अनुसार सिमी इसके
लिए अंडरवर्ल्ड से भी संपर्क साधने में लगा हुआ है |
Eng : Sadhvi Pragya and other Malegaon blast accused on
SIMI's hit list
इससे पहले सिमी ने अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि विवाद पर निर्णय देने
वाले अल्लाहाबाद उच्च न्यायालय के तीनों न्यायाधीशों को मारने की भी
तैयारी की थी | गुजरात दंगों के आरोपी हिन्दू भी सिमी की हिट लिस्ट पर
थे | अभी मालेगांव धमाकों के तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में
हैं |
पत्र में छपे समाचार के अनुसार सरकार की रिपोर्ट ये भी कहती है कि
सिमी लगातार लश्कर, जैश आदि संगठनों से संपर्क में रहने की कोशिश करती
है | सिमी का एक आतंकी मोहम्मद अज़ज़ुद्दीन नवम्बर २०१० में सउदी अरब
गया था और वहाँ से बंगलादेश भी गया था | वो सउदी में जैश के कमांडर
वाली हसन से मिला था |
आईबीटीएल विचार -
१. इस समाचार का अर्थ है कि तमाम प्रतिबन्ध के बाद भी सिमी की
गतिविधियाँ निरंतर जारी है | स्पष्ट है कि ये भारत माता के ही पूत हैं
जो भारत में ही जन्में, पले बढे पर किन्ही कारणों से इन्हें भारत का
ही विध्वंस करने अपने जीवन का लक्ष्य लगने लगा है | और इन्हें भारत के
ही कुछ नागरिक संरक्षण एवं सहायता भी दे रहे हैं | सरकार को इस आतंकी
संगठन के ढाँचे को यथाशीघ्र ध्वस्त करना चाहिए परन्तु सरकार तो स्वयं
हिन्दू आतंक का हौवा खड़ा करने में जुटी है | संघ के समाचार पत्र
ओर्गानायिज़र में छपे एक समाचार के अनुसार कांग्रेस-मुस्लिम लीग शासित
केरल में तो जिहादी पुलिस तक में भर्ती हो गए हैं और डीएसपी तक बन
बैठे हैं | शायद गठबंधन की मजबूरियों के चलते ऐसा हुआ हो |
२. और यह भी विचारणीय प्रश्न है कि साध्वी प्रज्ञा और दूसरे तथाकथित
हिन्दू आतंकियों को मारने से सिमी को क्या लाभ होगा ? कहीं ऐसा तो
नहीं कि मालेगांव धमाकों के कुछ रहस्य खुलने का दर सिमी को सता रहा हो
|
Share Your View via Facebook
top trend
-
'टोपी' प्रकरण ने साबित कर दिया कि 'सेकुलर' लोग गंदगी में लोटने वाले कीड़े हैं
-
अंग्रेज आठ दिनों तक किले पर गोले बरसाते रहे
19 नवंबर, 1835 ई. के दिन काशी में मोरोपन्त जी की पत्नी भागीरथी बाई ने एक पुत्री को जन्म दिया। पुत्री का नाम मणिकार्णिक रखा..
-
"बंद कर देनी चाहिए सीबीआई" - राजस्थान उच्च न्यायालय की टिप्पणी
राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी अब वो कह दिया है जो देश की जनता कब से अनुभव करती आ रही है की सीबीआई जिस कार्य के लिए बनायीं..
-
डूसू चुनावों में कांग्रेस ने की है लोकतंत्र की हत्या...
भारतीय लोकतंत्र संसार का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और छात्र राजनीति लोकतंत्र की सबसे प्रारंभिक सीढ़ी। मेरा मानना है की अगर भा..
-
सांप्रदायिक हिंसा बिल पर संघ का अल्टीमेटम
गोरखपुर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने सांप्रदायिक हिंसा बिल लाने पर केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदो..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)