दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने मुसलमानों से कहा है कि वे अन्ना के आंदोलन से दूर रहें। उनका कहना ..
दिल्ली में काले धन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा रामदेव पर स्याही फेंकी

दिल्ली के कंस्टिट्यूशन क्लब में शनिवार को काले धन पर प्रेस
कांफ्रेस को संबोधित करने आये बाबा रामदेव पर एक व्यक्ति ने काली
श्याही फेंकी... इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा ने काले धन के मुद्दे
को उठाया। प्रेस कॉन्फ्रेंस की समाप्ति के बाद जैसे बाबा रामदेव जाने
के लिए उठे वहां पत्रकारों के बीच मौजूद एक व्यक्ति ने उनपर स्याही
फेंकी। " स्याही फेंकने वाले का नाम कामरान सिद्दीकी बताया जा
रहा है, जवाब में बाबा ने कहा की कला धन माँगा था काली स्याही नहीं !
"
ज्ञातव्य है की दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम
के रद्द होने पर बाबा रामदेव ने दिल्ली में अन्य कार्यक्रमों एवं काले
धन पर प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करने आये थे। बाबा रामदेव ने कहा कि
काला धन वापस लाने में दिक्कत क्यों। देश के अंदर भी काला धन मौजूद।
बाबा ने चेतावनी देते हुए कहा की ५ राज्यों में मतदाताओं का जागरुक
करूंगा।
बाबा ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि भारत स्वाभिमान यात्रा का अगला
चरण प्रारंभ करने जा रहे हैं। वह उन पांच राज्यों का दौरा करेंगे
जहां अभी विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि वह उत्तर
प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में सभाएं कर विदेश में
जमा काले धन के बारे में जनता को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर
सभा करने की इजाजत नहीं मिली तो चुनाव लड़ रही सभी प्रमुख पार्टियों
के बड़े नेताओं से मिल कर पूछेंगे कि वो विदेश में जमा भारतीयों का
काला धन वापस लाने के लिए क्या करने वाले हैं।
बाबा रामदेव ने काला धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने की मांग
दोहराते हुए कहा कि चुनाव के वक्त राजनीतिक दलों को जनता के सवालों
का जवाब देना ही होता है। लिहाजा वह काले धन के मसले पर सभी
उम्मीदवारों की राय जानेंगे। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र
में कार्यक्रम के लिए उन्होंने प्रशासन से अनुमति मांगी है।
Share Your View via Facebook
top trend
-
इस्लाम विरोधी है अन्ना का आंदोलनः शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी
-
कमाई डीटीसी की, लाभ निजी कंपनियों को ― दिल्ली परिवहन निगम को करोड़ों का चूना
नई दिल्ली जब योजना किसी और को मुनाफा देने के लिए बने तो घाटा होना लाजमी है? ऐसे ही सौदों की वजह से डीटीसी (दिल्ली परिवहन न..
-
सेकुलर बुद्धिजीवी गैंग का नकाब उतरा – सन्दर्भ : गुलाम नबी फ़ई....
हाल ही में अमेरिका ने दो ISI एजेंटों गुलाम नबी फाई और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया। ये दोनों पाकिस्तान से रूपये लेकर पूरे..
-
दंगों का दोषी हूं तो फांसी दोः, किसी खास समुदाय के लिए नहीं है उपवास : मोदी
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा है कि यदि २००२ में गुजरात में हुए दंगों में वो दोषी पाए जाते..
-
पीएम और सोनिया गांधी को भेजा 32-32 रुपए का ड्राफ्ट
मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और सांसद प्रभात झा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी को 32-32 रुपए का ड्राफ्ट भेज कर इ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)