२६/११ को आतंकवादी हमले में भारत के २ एनएसजी कमांडो, १५ पुलिस अधिकारी व सिपाही, एवं लगभग १५० नागरिक अपने प्राणों की आहुति..
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भारत के नवीनतम प्रक्षेपण केंद्र एवं
इसके नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा के निकट
किया | राष्ट्र को समर्पित करने के बाद उन्होंने ध्रुवीय उपग्रह
प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के प्रक्षेपण का संगणकीय अनुस्वांग
(कम्प्यूटर सिमुलेशन) भी देखा | राष्ट्रपति ने भारतीय अंतरिक्ष
अनुसंधान संगठन इसरो के वैज्ञानिकों तथा इसरो के अध्यक्ष श्री के
राधाकृष्णन से भी चर्चा की |
इसरो अध्यक्ष ने राष्ट्रपति को भारत के अन्तरिक्ष कार्यक्रम के बारे
में बताया तथा वर्तमान में चल रही संगठन की विभिन्न अंतरिक्ष सम्बन्धी
गतिविधियों की एक पॉवरपॉइंट प्रस्तुति भी राष्ट्रपति को दी |
राष्ट्रपति ने इस वर्ष के प्रारंभ में ही प्रक्षेपित होने के लिए
तैयार पीएसएलवी-सी १९ की समवेतिकरण (असेम्बली) गतिविधियों का भी
अवलोकन किया | आँध्रप्रदेश के राज्यपाल नरसिम्हन, कार्मिक राज्य
मंत्री नारायणसामी, तथा प्रदेश सर्कार के अधिकारीगण इस अवसर पर
उपस्थित थे |
[Zee News]
Share Your View via Facebook
top trend
-
२६/११ : कुछ याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के घर न आये
-
अग्निवेश का आरोप केजरीवाल ने ८० लाख रूपये निजी संस्था में डाले ?
स्वामी अग्निवेश ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन की कोर कमिटी के मुख्या सदस्य अरविन्द केजरीवाल पर आरोप लगाया है | .. -
अब पेट्रोल के साथ इलेक्ट्रोनिक सिस्टम, विद्यार्थियों ने बनाई मोटरबाइक
बूंदी शहर के 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने एक ऎसी मोटरबाइक का निर्माण किया है, जिसमें पेट्रोल के साथ इलेक्ट्रोनिक सिस्टम..
-
अपराधियों की मोटरसाइकिल पर गोपालगढ़ घूमे राहुल गांधी
भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने जिन दो लोगों की मोटर साइकिल पर बैठकर गोपालगढ़ और आसपास के गां..
-
उत्तर प्रदेश में उभरेगा युवा नेतृत्व : डॉ. वेदप्रताप वैदिक
उत्तरप्रदेश के चुनाव का महत्व किसी भी प्रदेश के चुनाव से कई गुना है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है कि वह सबस..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)