पांडवों द्वारा कुरु भूमि पर धर्मरक्षा और न्याय के लिए महाभारत का भीषण युद्ध लड़ा गया। इस युद्ध में सबसे महत्वपूर्ण भूमिक..
अन्ना ने मंच से ही किया बाबा रामदेव का आह्वान : मुंबई अनशन
अन्ना हजारे का मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर मुंबई के
एम.एम.आर.डी.ए मैदान पर अनशन जारी है। इस 74 वर्षीय सामाजिक
कार्यकर्ता ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'सरकार ने पैसे और ताकत
के लिए हमें साथ धोखा किया है। जैसा उन्होंने बाबा रामदेव के साथ किया
था।
अन्ना ने अपने मंच से ही बाबा रामदेव का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि
अब हम आगे की लड़ाई बाबा रामदेव के साथ मिलकर लड़ेंगे। अन्ना ने कहा
कि बाबा रामदेव बुधवार या गुरुवार को यहां आएंगे।
गौरतलब है कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे शुरू में भ्रष्टाचार विरोधी
मुहिम में एक साथ थे। लेकिन, किसी कारणवश दोनों के बीच दूरी बढ़ गई।
अन्ना का कहना था कि बाबा रामदेव से कई मुद्दों पर उनकी सहमति नहीं
है।
अन्ना का मंच से बाबा रामदेव का आह्वान करना एवं साथ मिलकर आगे की
लड़ाई लड़ना अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा सकता है। सरकार ये लिए यह खबर
मुश्किल बड़ा देने वाली हो सकती है।
Share Your View via Facebook
top trend
-
पांडवों की कुलदेवी मां हथीरा देवी
-
एक ही परिवार ने लूट कर इस देश को बर्बाद कर दिया
बाबा रामदेव ने कहा कि राहुल गांधी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन उनके सामने ही कालाधन की मांग करने वालों को पीटा जाता है..
-
मोदी के हमले तेज़ कहा इंदिरा ने किया था बाइबल मुताबिक शासन का वादा, प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वित्तमंत्री रहते मनमोहन सिंह ने नॉर्..
-
चिदंबरम को छोड़ें, पहले खुद को बचाएं प्रधानमंत्री, टेलीकॉम घोटाला
टेलीकॉम घोटाले की तलवार देश के गृह मंत्री पी चिदंबरम पर झूल रही है। सत्ता के गलियारों में चिदंबरम के इस्तीफे को लेकर कयासो..
-
लश्कर वेबसाइट में इशरत को शहीद बताया गया : पिल्लई
नई दिल्ली, 22 नवंबर : पूर्व गृह सचिव जी के पिल्लई ने गुजरात सरकार के उस दावे का समर्थन किया है जिसमें कहा गया है खुफिया वि..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)