कानपुर के एक युवा वैज्ञानिक ने गौ मूत्र से जलने वाला एक लैंप तैयार किया है और हाल ही में इसका तरीका भी प्रदर्शित किया गया।..
वरूण ने कालेधन को लेकर तीनों सांसदों के नाम पूछे, आर.टी.आई. का सहारा ले सकते हैं
भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता एवं सांसद वरूण गांधी ने सरकार से
उन तीन सांसदों के नामों का खुलासा करने की मांग की है जिन्हें विदेशी
बैंकों में काला धन रखने पर आयकर विभाग ने कथित नोटिस जारी किए
हैं।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने तीन सांसदों को नोटिस जारी
किए है जिनके नाम कांग्रेस सरकार द्वारा भारत को उपलब्ध ७०० जिनेवा
खाता धारकों में शामिल बताए जाते है। गांधी ने एक बयान के सरकार से
विदेशी बैंक खातों में काला धन का राष्ट्रीयकरण करने की नीति घोषित
करने तथा ऐसे अवैध पैसे के जमाकर्ताओं के विद्ध कठोर कार्रवाई करने की
मांग की है।
उन्होंने कहा कि तीनों सांसदों के नामों का अगर खुलासा नहीं किया गया
तो वह इस संबंध में सूचना का अधिकार आवेदन देकर उपरोक्त जानकारी
मांगेगे। उन्होंने कहा कि काला धन विदेशी बैंकों में जमा कराने वालों
को दंडित करने का उदाहरण स्थापित किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि आयकर
विभाग ने काला धन विदेशी बैंकों में रखने वालों के विरूद्ध दबाव के
बनते पिछले दो महीनों में ५० से अधिक छापे मारे हैं।
— साभार अमर उजाला
Share Your View via Facebook
top trend
-
वैज्ञानिक ने बनाया गौ मूत्र से जलने वाला लैम्प
-
"बंद कर देनी चाहिए सीबीआई" - राजस्थान उच्च न्यायालय की टिप्पणी
राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी अब वो कह दिया है जो देश की जनता कब से अनुभव करती आ रही है की सीबीआई जिस कार्य के लिए बनायीं..
-
खुदरा क्षेत्र में एफडीआई से बढ़ेगी बेरोजगारी - केएन गोविंदाचार्य
केंद्र सरकार के सचिवों की समिति ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई की अनुमति देने को हरी झंडी दे दी..
-
उत्तराखंड में जनसभा की मंजूरी नहीं, बाबा रामदेव ने कहा बीजेपी और सीपीआई को वोट दो
उत्तराखंड में जनसभा की परमिशन न मिलने से बाबा रामदेव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी भ्रष्टाचार खत्म कर..
-
राष्ट्रीय सुरक्षा और चीन की चुनौती: भावी खतरे का स्पष्ट संकेत
पिछले कुछ वर्षों में भारत की सीमाओं पर लगातार बढ़ते तनाव से उत्पन्न सुरक्षा चुनौतियां उस खतरे का स्पष्ट संकेत हैं, जिसका..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)