समाचार पत्रों में छपी ख़बरों और मीडिया चेनलों पर छाया रखा कि वर्तमान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और इंदिरा ग..
देश की सुरक्षा खतरे में है, क्या जन्मतिथि को लेकर कभी कोई विवाद ही नहीं था?
भारतीय सेना खस्ताहाल है और देश की सुरक्षा खतरे में है।
सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक गोपनीय
पत्र में यह उजागर किया है। पत्र में लिखा गया है सेना के दो प्रमुख
अंग थलसेना व वायुसेना अपनी ताकत खोते जा रहे हैं। इस बीच, रक्षा
राज्यमंत्री पल्लम राजू ने कहा कि सरकार इस पत्र को गंभीरता से ले रही
है। उन्होंने कहा कि सैन्य कमियों को दूर करने के लिए जल्द कदम उठाए
जाएंगे।
एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार सेनाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को
लिखे पत्र में बताया है कि टैंकों का गोला-बारूद खत्म हो चुका है।
हवाई सुरक्षा के उपकरण अपनी ताकत खो चुके हैं और पैदल सेना के पास
हथियारों तक की कमी है।
ज्ञातव्य है की चौथी दुनिया ने भी कुछ सनसनीखेज तथ्य जनता के समझ
प्रस्तुत किये हैं जो आँखें खोलने ही नहीं, होश उड़ा देने के लिए काफी
हैं ... एक भ्रम फैलाया जा रहा है कि जनरल वी के सिंह ने ही अपनी
जन्मतिथि का विवाद उठाया है। मीडिया झूठी ख़बर दिखा रहा है कि जनरल वी
के सिंह अपनी जन्मतिथि को बदलना चाहते थे। यह विवाद जनरल वी के सिंह
ने नहीं उठाया। हक़ीक़त यह है कि जनरल वी के सिंह की जन्मतिथि को लेकर
कभी कोई विवाद ही नहीं था।
जनरल वी के सिंह ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ को पत्र लिखा कि आपने मुझे
बुलाया, आपने मुझसे कहा कि आप मेरे मामले को क़ानून मंत्रालय भेज रहे
हैं। आप पर चीफ के नाते मेरा पूरा विश्वास है, लेकिन आपने वायदे के
हिसाब से जो कहा था, वह नहीं किया। एथिकली और लॉजिकली यह सही नहीं
है।
सरकार की नाराज़गी की कई वजहें हैं। भारतीय सेना एक ट्रक का इस्तेमाल
करती है, जिसका नाम है टेट्रा ट्रक। भारतीय थलसेना टेट्रा ट्रक का
इस्तेमाल मिसाइल लांचर की तैनाती और भारी-भरकम चीजों के
ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल करती है। इन ट्रकों का पिछला ऑर्डर
फरवरी, 2010 में दिया गया था, लेकिन ख़रीद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी
की शिकायतें सामने आईं तो आर्मी चीफ वी के सिंह ने इस सौदे पर मुहर
लगाने से इंकार कर दिया।
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