केन्द्रीय वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यालय से जारी हुए पत्र ने न केवल सरकार में घमासान मचा दिया है, बल्कि डा.मनमोहन स..
हिममानव के होने का सबूत मिला, वैज्ञानिकों ने ढूंढे बाल!
नई दिल्ली। एक, दो, तीन नहीं 30 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने दावा
किया है कि हिमालय में ही नहीं साइबेरिया के बर्फीले इलाकों में भी
हिममानव मौजूद है। ये सिर्फ दावा नहीं है क्योंकि अब ऐसे सबूत दुनिया
के सामने आए हैं जिन्हें काटना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
अब तक ये अफवाहें उठती रही हैं कि नेपाल, भारत और तिब्बत के हिमालयी
क्षेत्र में इस विशालकाय रहस्यमयी प्राणी 'येती' को देखा गया है। पर
इसके सबूत कभी सामने नहीं आए लेकिन पहली बार रूसी अधिकारियों और
वैज्ञानिकों ने वो कर दिखाया जिससे येती के अस्तित्व को नकारा नहीं जा
सकता।
पिछले हफ्ते ही रूस के केमेरोवा में अंतरराष्ट्रीय येती कॉन्फ्रेंस
हुई जिसमें वैज्ञानिकों ने साइबेरिया में येती के होने के एक नहीं कई
सबूत पेश किए। इनमें से एक था येती के बालों का गुच्छा।
सम्मेलन में वैज्ञानिक इगोर बर्सटेव ने कहा कि हमारे पास इस बात के
काफी सबूत हैं कि हिम मानव हमारे क्षेत्र में मौजूद हैं और हम इस
मामले में अमेरिका, कनाडा के वैज्ञानिकों से संपर्क में हैं। माउंट
शोरिया इलाके में हिममानव की तलाश के दौरान एक गुफा में येती के
खुरदरे बाल मिले हैं।
कनाडा, अमेरिका, स्वीडन, इस्टोनिया के वैज्ञानिकों का दावा येती की
खोज में दो कदम और आगे ले जाता है। 7 सेंटीमीटर लंबे येती के बालों का
डीएनए भी किया गया है। इसके अलावा येती के कदमों के निशान भी मिले
हैं। गुफा के आसपास हिममानव के इस्तेमाल किए गए बिस्तर और कई सबूत भी
वैज्ञानिकों ने जुटाए हैं जो येती के इलाके की ओर इशारा करते हैं।
दुनिया भर में कई लोगों ने दावा किया कि उनका सामना येती या हिममानव
से हुआ है। पर किसी के पास येती के होने का सबूत नहीं था। लेकिन इन
सबूतों ने पहली बार येती के रहस्य से पर्दा उठा दिया है लेकिन इस सब
के बावजूद येती हमारे लिए आज भी पहेली ही हैं।
Share Your View via Facebook
top trend
-
कब तक बचेंगे चिदम्बरम? प्रणव मुखर्जी कार्यालय से जारी हुए पत्र ने सरकार में घमासान मचा दिया
-
बाबा रामदेव का मनमोहन सिंह को पत्र, भारत पर मंडरा रहे संकट के विषय में चेताया
माननीय डॉ.मनमोहन सिंह जी
प्रधानमंत्री - भारत सरकार,
साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली - 110011
सादर प्र.. -
अमेरिकी वेबसाइट ने सोनिया को बताया अरबों का मालिक, भारतीय मीडिया आहत, दी मुक़दमे की सलाह
यदि चापलूसी के लिए पारितोषिक मिले तो भारत के मीडिया को पछाड़ना मुश्किल होगा | वैसे तो भारत का इंग्लिश मीडिया कित.. -
होली पर निर्भीक ब्रज का रंग : बरसाने की लठामार होली
गीतों में भगवान से अफसर तक सभी को सुनाते हैं खरी-खरी : ब्रज की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली शुक्रवार को राधारानी के गांव ब..
-
अग्निवेश बिग बॉस में लगायेंगे तड़का ?
टीम अन्ना के पूर्व सदस्य अग्निवेश बिग बॉस के नए मेहमान बनने सकते हैं। नवभारत टाइम्स एवं भास्कर ने अपने अपने सूत्रों से इसक..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)