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सुपर कंप्यूटर विकसित करेगा भारत, पांच हजार करोड़ रुपये का बजट
आइटी के क्षेत्र में पूरी दुनिया में अपनी क्षमताओं का लोहा मनवाने के बाद अब भारत नए, तेज और विभिन्न क्षमताओं से लैस सुपर कंप्यूटर बनाने की रेस में जुटेगा। सुपर कंप्यूटर पर शोध एवं विकास के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में लगभग पांच हजार करोड़ रुपये का बजट दिया जा सकता है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अश्विनी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हम 12वीं पंचवर्षीय योजना में सुपर कंप्यूटर के विकास पर विशेष ध्यान देंगे। अश्विनी सीएसआइआर के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार अगली पंचवर्षीय योजना में शोध एवं विकास कार्यो को बढ़ावा देना चाहती है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि पांच हजार करोड़ रुपये की मांग पर योजना आयोग अपनी मोहर लगा देगा। यह राशि एग्जा स्केल कंप्यूटर के विकास पर खर्च की जाएगी। फिलहाल दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर चीन के पास है। इसकी गति 2.7 पेटाफ्लॉप्स है। एक पेटाफ्लॉप्स का मतलब है कि एक सेकेंड का 1,000 खरब वां हिस्सा।
वहीं एक एग्जाफ्लॉप पेटाफ्लॉप से लगभग एक हजार गुना तेज होता है। यह एक सेकेंड में 10 लाख खरब गुणा भाग कर सकता है। एग्जाफ्लॉप क्षमता वाले कंप्यूटर पूरी दुनिया में कहीं नहीं हैं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इसे अगले 10 सालों में विकसित कर लिया जाएगा।
अश्विनी ने कहा कि हम इसे पांच साल की चुनौती के रूप में ले रहे हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों से सीमाओं के परे जाकर इस चुनौती को स्वीकारते हुए ऐसा सुपर कंप्यूटर विकसित करने को कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि वैज्ञानिक इसे सफल कर दिखाएंगे।
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