अपनी भारत स्वाभिमान यात्रा के दूसरे चरण के तहत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक सभा को संबोधित करने के दौरान बाबा रामदेव को क..
गे पार्टी पर छापे में पकड़ी गईं बॉबी डार्लिंग, इस पार्टी के लिए टिकटों की ऑनलाइन बिक्री थी
मुंबई पुलिस ने शनिवार देर रात गे पार्टी पर छापा मारकर टीवी पर्सनैलिटी बॉबी डार्लिंग समेत 110 लोगों को हिरासत में लिया। हालांकि, बाद में सभी को जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया।
जानकारी के मुताबिक यह गे पार्टी अंबोली इलाके के स्पैनिश विला होटेल में चल रही थी। मुंबई पुलिस के मुताबिक इस पार्टी के लिए टिकटों की ऑनलाइन बिक्री की गई थी। टिकट 450 रुपये में बेचे गए थे। पुलिस ने पार्टी में मौजूद बॉबी डार्लिंग सहित 100 लोगों को हिरासत में ले लिया। बाद में बॉबी डार्लिंग समेत सभी को 1200 रुपये का फाइन लगाकर छोड़ दिया गया।
चर्चित फिल्म और टीवी ऐक्ट्रेस बॉबी डार्लिंग का वास्तविक नाम पंकज शर्मा है। वह सेक्स चेंज करवाकर पंकज शर्मा से बॉबी डार्लिंग बनी हैं। उधर, आयोजकों ने कहा कि उनकी पार्टी गैरकानूनी नहीं थी। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि गे होने के कारण उनको टारगेट किया जा रहा है। पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि देर रात तक पार्टी चलने की वजह से कार्रवाई की गई है।
Share Your View via Facebook
top trend
-
काले झंडे नहीं काला धन वापस चाहिये : रामदेव
-
लोकपाल: समिति से हटे मनीष तिवारी, अब लालू-अमर की बारी?
अन्ना हजारे को बुरा-भला कहकर बाद में माफी मांगने वाले कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने लोकपाल बिल पर विचार करने ..
-
गोमांस भक्षण, उस्मानिया की राह पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जनेवि) पूरी दुनिया में अपनी वामपंथी पहचान के लिए जाना जाता है। पर दुर्भाग्..
-
बाबा रामदेव का हमला, राजबाला की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को मत चुनें
योग गुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कांग्रेस की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए जनता से अपील की कि वे 2जी घोटा..
-
आज से पाकिस्तान तक पहुंचेगी सुखोई की दहाड़, जोधपुर में एसयू-30 की तैनाती
पश्चिमी सीमा पर हवाई सुरक्षा घेरा मजबूत करने के लिए जोधपुर एयरबेस पर सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 के स्क्वाड्रन की तैना..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)