राजबाला के परिवार ने वापिस की मुआवजे की राशि, मामले की जांच की मांग
गुड़गांव राजबाला की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने बाबा रामदेव मंगलवार को गुड़गांव पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राजबाला की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हिसार उप चुनाव में जनता कांग्रेस को हरा अहसास दिलाएगी कि जन आंदोलन को कुचलना कितना भारी पड़ता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिका यात्रा के दौरान आतंकवाद पर अमेरिका की दोहरी नीति की तो आलोचना की, लेकिन काले धन के मामले पर चुप्पी साध ली। अपनी समर्थक राजबाला को श्रद्धांजलि देने के बाद जाते समय उन्होंने कहा कि काला धन वापस लाने के लिए रामलीला मैदान में किए गए अनशन को केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने बर्बरता से कुचला था।
राजबाला उसी अत्याचार का शिकार हुई। राजबाला की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही राजबाला को शहीद की मान्यता न दे, लेकिन समय आने पर उन्हें इसकी अहमियत समझ में आएगी। राजबाला के परिवार ने दो लाख रुपये की सरकारी सहायता को ठोकर मार दिखा दिया कि देश के लिए धन कीमती नहीं है।
योग गुरु ने कहा कि अन्ना आंदोलन को भी सरकार ने दबाने का प्रयास किया था। विदेशी बैंकों में काला धन जमा होने का संदेश सभी भारतवासियों तक पहुंच चुका है। देश में परिर्वतन की लहर चल रही है, उसके परिणाम निकट भविष्य में दिखने लगेंगे।
मुआवजा राशि वापस की : राजबाला के परिवार ने केंद्र सरकार द्वारा दी गई दो लाख रुपये की मुआवजा राशि को वापस कर दिया। साथ ही मामले की जांच करने और दोषियों को सजा देने की मांग की है। कृष्णा नगर स्थित राजबाला के निवास पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे स्वामी रामदेव ने उस दो लाख रुपये के चेक की फोटोकापी दिखाई, जिसको दिल्ली पुलिस के माध्यम से राजबाला के परिवार को सहायता राशि के एवज में भेजा गया था। लेकिन राजबाला के परिवार ने इस चेक को अस्वीकार कर दिया।
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