रसोई गैस की कीमतें बढ़ाने को लेकर होने वाली बैठक फिलहाल टल गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले उच..
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भारत में ७ लाख ३२ हज़ार गुरुकुल एवं विज्ञान की २० से अधिक शाखाएं थीं : भारत का स्वर्णिम अतीत
0"भारतवासियों ने विश्व को कपड़ा पहनना एवं बनाना सिखाया है" से आगे : अब बात आती है की भारत में विज्ञान पर इतना शोध किस प्रकार होता था, तो इसके मूल में है भारतीयों..
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भारतवासियों ने विश्व को कपड़ा पहनना एवं बनाना सिखाया है : भारत का स्वर्णिम अतीत
पूर्णतः दोषी आप नहीं है, संपन्नता एवं उन्नति रूपी प्रकाश हेतु हम पूर्व की ओर ताकते है किंतु सूर्य हमारी पीठ की ओर से निकलता है। देशकाल की दृष्टि से कहूँ तो मात्र १९०-२४० वर्ष पूर्व का भारत, दूसरे शब्दों में, मनुष्य की औसत आयु ६० वर्ष भी मान ले तो ..
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पेप्सी से किये गए अनुबंध, तोड़े गए सभी कानून किये झूठे दावे
पेप्सी को कारोबार करने की अनुमति देते समय सरकार के साथ जो अनुबंध हुआ उसकी प्रमुख शर्तें कुछ इस प्रकार थीं।
१- इस परियोजना से पचास हज़ार लोगों के लिए रोज़गार मिलेगा जिसमें से २५००० अतिरिक्त रोज़गार पंजाब में पैदा होंगे।
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स्वदेशी के प्रखर वक्ता, माँ भारती के पुत्र स्वर्गीय भाई राजीव दीक्षित
स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता, चिन्तक , जुझारू निर्भीक व सत्य को द्रढ़ता से रखने की लिए पहचाने जाने वाले भाई राजीव दीक्षित जी 30 नवम्बर 2010 को भिलाई (छत्तीसगढ़ ) में शहीद हो गए | वे भारत स्वाभिमान और आज के स्वदेशी आन्दोलन के पहले शहीद हैं | राजीव भ..
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यूपीए में मतभेद, सड़कों पर बीजेपी: मनमोहन का पुतला फूंकने वाले सपाइयों पर पड़ी मार
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जनता तय कर रही है देश का राजनीतिक एजेंडा
नई दिल्ली राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा को म..
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राम सेतु पर डा. स्वामी की याचिका : वैकल्पिक नौवहन मार्ग पर शीर्ष न्यायालय ने मांगी रिपोर्ट
उच्चतम न्यायालय ने केंद्र को देश के दक्षिणी भाग के चारों ओर राम सेतु की बजाय धनुष्कोडी के जरिए एक वैकल्पिक मार्ग बनाने क..
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जस्टिस आफ़ताब आलम को गुजरात दंगो की सुनवाई और गुजरात मामलो से अलग रखने की मांग
गुजरात उच्च न्यायलय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा गुजरात के पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति एस एम् सोनी ने भारत के मुख्य न्या..
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फुटपाथ पर जीने वाले लोगों की संख्या, विदेशी कंपनियों के कारण बढ़ रही है
गुलामी नए रूप में : आज चारों ओर घन अन्धकार है एक समाज नहीं एक देश नहीं समुची मानवता एवं समूची प्रकृति के ..
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सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
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वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
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आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
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अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
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सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
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नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
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न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
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पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
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वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
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जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
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उफ़ ये बुद्धिजीवी !
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कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
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मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
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भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
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२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
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वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
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चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
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समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
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विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
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सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
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