अहमदाबाद, क्या नरेन्द्र मोदी और उनके गुजरात राज्य के बारे में विश्व समुदाय का मत परिवर्तन हो रहा है? इस प्रकार के कुछ सं..
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भूपेन हजारिका जी ने समानांतर सिनेमा प्रेमियों के मनमस्तिष्क पर अमित छाप छोड़ी
0पद्मभूषण श्री भूपेन हजारिका के निधन सम्पूर्ण देश कि कला संस्कृति कि क्षति है भूपेन हजारिका कवि, गायक, गीतकार, अभिनेता, पत्रकार, फिल्म निर्माता, लेखक, राजनेता थे। उन्होंने प्रारंभिक कुछ फिल्मों को छोड कर अधिकांश कल्पना लाजिमी की फिल्मों को ह..
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धुन के पक्के, समर्पित गीता प्रचारक श्री गोपाल रत्नम
तमिलनाडु के कोयम्बतूर नगर के आसपास के गाँवों में एक दाढ़ीधारी व्यक्ति को भगवद गीता पर प्रवचन देते अमूमन देखा जा सकता है। ये सज्जन हैं, 14 वर्षों तक RSS के पूर्व प्रचारक रहे श्री गोपालरत्नम, एम टेक की पढ़ाई पूरी कर चुके गोपाल जी ने अपना समूचा जीवन भा..
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भगत सिंह क्रांति सेना की चेतावनी ने दिखाया रंग, हुर्रियत का कार्यक्रम रद्द
भगत सिंह क्रांति सेना द्वारा जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दिनांक ५ नवम्बर को बंगलौर में हुर्रियत और अलगाववादी गुटों का कार्यक्रम तय था। जो भगत सिंह क्रांति सेना की चेतावनी के बाद रद्द कर दिया गया।
गौरतलब है की देश हित में किये .. -
अजीम प्रेमजी भारत में खोलेंगे नि:शुल्क शिक्षा वाले १३०० विद्यालय
आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन प्रेमजी अपने धन से भारत में नि:शुल्क शिक्षा वाले १३०० विद्यालय खोलेंगे। अजीम प्रेमजी अब तक अपनी समस्त संपत्ति दान कर चुके हैं। इन विद्यालयों में १२वीं तक शिक्षा प्रदान की जाएगी जिसमे लगभग ९००० करोड़ रूपये व्यय होंगे एव..
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मीडिया देश को बाँट रहा है अब जनता को स्वयं सबक सिखाना चाहिए !
भारतीय प्रेस परिषद के नये अध्यक्ष जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने भारतीय इलेक्ट्रानिक एवं प्रिण्ट मीडिया को सरेआम लताड़ते हुए एक इंटरव्यू में कहा है कि -
1) भारत का मीडिया महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, बदतर स्वास्थ्य सुविधाओं की खबरें दिखान.. -
१३६ वें जन्म दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल को शत शत वंदन
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म ३१ अक्तूबर वर्ष १८७५ को गुजरात के बोरसद तालुक के एक गाँव करमसद में हुआ था | वल्लभभाई के पिता झबेरभाई साहसी, संयमी एवं वीर पुरुष थे। सन् १८५७ में स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम आन्दोलन में उन्होंने अपनी युवावस्था में मातृभ..
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परमाणु ऊर्जा से संपन्न भारत का सपना देखने वाले होमी जहांगीर भाभा की राष्ट्रभक्ति को नमन
होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 को मुंबई के एक धनी पारसी परिवार में हुआ। उनकी परवरिश बेहद उच्चस्तरीय परिवेश में हुई । उनके माता-पिता दोनों ही भारत के बड़े उद्योगपति घराने टाटा से संबंधित थे। उन्होंने मुंबई से कैथड्रल और जॉन केनन स्कूल से ..
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देश के सबसे बड़े अनशन सत्याग्रही - शहीद जतिन दास
जतिंद्र नाथ दास (27 अक्टूबर 1904 - 13 सितम्बर 1929), उन्हें जतिन दास के नाम से भी जाना जाता है, एक महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे... लाहौर जेल में भूख हड़ताल के 63 दिनों के बाद जतिन दास की मौत के सदमे ने पूरे भारत को हिला दिया....
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इतिहास का सच और भविष्य की चुनौती है अखंड भारत भाग २ - के. एन. गोविन्दाचार्य
प्रश्न : आपने कहा कि अखंड भारत एक सांस्कृतिक सत्य है यानी यह भूभाग यदि अखंड था तो संस्कृति के कारण। आज वह संस्कृति जब वर्तमान भारत में ही कमजोर पड़ रही है तो जिन स्थानों से वह लुप्त हो गई है, वहां अपना प्रभाव कैसे फैला पाएगी?
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इतिहास का सच और भविष्य की चुनौती है अखंड भारत - के. एन. गोविन्दाचार्य
गत कुछ दिनों से अखंड भारत पर देश भर में काफी चर्चाएं हो रही हैं। इन चर्चाओं में अखंड भारत की व्यावहारिकता, वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता, इसके राजनैतिक स्वरूप, दक्षिण एशिया महासंघ बनाम अखंड भारत जैसे अनेक प्रश्न और बिन्दु सामने आए। इन्हीं प्र..
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शिक्षा से ही नहीं, नौकरी से भी जाए अंग्रेजी
प्रो. यशपाल यों तो हैं, वैज्ञानिक लेकिन बात उन्होंने ऐसी कह दी है, जो महात्मा गांधी और राममनोहर लोहिया ही कह सकते थे| आजकल वे एनसीईआरटी की राष्ट्रीय पाठ्रयक्रम समिति के अध्यक्ष हैं| इस समिति का काम देश भर की शिक्षा-संस्थाओं के लिए पाठ्रयक्रम बनाना..
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अन्ना के बाद अब दिग्विजिय सिंह गए मौन व्रत पर, मीडिया में मचा हड़कंप - फ़ेकिंग न्यूज़
Oct 18 2011 01:20:00 PM| अन्ना हज़ारे को मौन व्रत पर गए अभी एक दिन भी नहीं बीता कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी मौन व्रत पर जाने की घोषणा कर दी है। दिग्विजय ऐसा क्यों कर रहे हैं, उनकी बाकी बातों की तरह ही लोग ये भी नहीं समझ पाए हैं और न खु..
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अन्ना-आंदोलन कोरा गुब्बारा तो नहीं
अन्ना टीम के लोगों ने जब से हिसार पर मुंह खोलना शुरू किया है, कई तात्कालिक और मूलभूत सवाल उठ खड़े हुए हैं। जैसे यह कि हिसार के उप-चुनावी दंगल में सीधे कूदकर क्या उन्होंने ठीक किया और यह मूलभूत प्रश्न भी कि क्या यह आंदोलन सिर्फ कागजी पुलाव बनकर रह ..
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जिस देश का प्रधानमंत्री महलों में रहता है उस देश की जनता झोपड़ी में रहती है - चाणक्य
घटना उन दिनों की है जब भारत पर चंद्रगुप्त मौर्य का शासन था और आचार्य चाणक्य यहाँ के महामंत्री थे और चन्द्रगुप्त के गुरु भी थे उन्हीं के बदौलत चन्द्रगुप्त ने भारत की सत्ता हासिल की थी. चाणक्य अपनी योग्यता और कर्तव्यपालन के लिए देश विदेश मे प्रसिद्ध..
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हिममानव के होने का सबूत मिला, वैज्ञानिकों ने ढूंढे बाल!
नई दिल्ली। एक, दो, तीन नहीं 30 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि हिमालय में ही नहीं साइबेरिया के बर्फीले इलाकों में भी हिममानव मौजूद है। ये सिर्फ दावा नहीं है क्योंकि अब ऐसे सबूत दुनिया के सामने आए हैं जिन्हें काटना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन..
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क्या गुजरात मुद्दे पर अमरीका भी इंग्लैंड की राह चलेगा?
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अहमदाबाद बनेगा मेरीटाइम सिटी, मरीन इंजीनियरिंग सेक्टर विकसित करेगा गुजरात : मोदी
अहमदाबाद, शनिवार: उपराष्ट्रपति श्री एम. हामिद अंसारी ने दर्शक इतिहास निधि द्वारा प्रकाशित पुस्तक गुजरात एंड दी सी के वि..
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अन्ना की टिप्पणी समझ से परे: संघ
आरएसएस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के आंदोलन से बहुत हद तक जुड़े होने की बात पर जोर देते हुए शनिव..
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अन्ना फिर बोले, 'प्रशांत भूषण को हटाया जा सकता है
16 Oct 2011, 0826 hrs IST || नई दिल्ली ।। अन्ना हजारे और उनकी टीम के अहम सदस्यों के बीच मतभेदों की खाई गहरी होती दिख रही ह..
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श्री श्री रविशंकर का भ्रस्टाचार के विरुद्ध अभियान, यूपी में कांग्रेस का गढ़ चुना
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर अपने आंदोलन की शुरुआत उत्तर प्रदेश से करेंगे, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं..
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सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
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वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
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आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
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अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
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सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
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नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
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न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
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पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
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वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
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जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
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उफ़ ये बुद्धिजीवी !
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कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
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मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
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भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
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२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
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वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
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चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
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समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
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विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
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सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
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